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‘तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं…’ पार्लियामेंट में पीएम मोदी का तंज

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को संसद में कांग्रेस पर जमकर बरसे। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि भारत आज विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है, दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देख रही है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में भाषण देते हुए कांग्रेस पार्टी और विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। कभी कहानी सुनाई तो कभी शेर सुनाया। दुष्यंत कुमार का शेर पढ़ते हुए पीएम मोदी ने कहा- तुम्हारे पांव के नीचे जमीन नहीं है, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं है। ये लोग 2014 के बाद से ही कोस रहे हैं कि भारत कमजोर हो रहा है। भारत की कोई सुनने को तैयार नहीं है।

तुम्हारे पाव या नीचे जमीन नहीं, कमल ये हेफिरभी तुम्हें यकीन है: पीएम – News  India Live | Google Trends Usa

राष्ट्रपति ने आदिवासी समुदाय का गौरव बढ़ाया है। आज आजादी के कई सालों के बाद आदिवासी समुदाय में गर्व की भावना है और उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है। यह देश और सदन इसके लिए उनका आभारी है। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक-एक करके विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए जमकर निशाना भी साधा।

PM मोदी ने इशारों में राहुल गांधी पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “इस चर्चा में सबने हिस्सा लिया और सबने अपने-अपने आंकड़े, तर्क दिए और अपनी रुचि , प्रवृत्ति, प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखीं। जब इन बातों को समझने का प्रयास करते हैं तो ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता, समझ और किसका क्या इरादा है। मैं कल देख रहा था कुछ लोगों के भाषण के बाद पूरा ईकोसिस्टम और समर्थक उछल रहे थे और खुश होकर कहने लगे ये हुई न बात, शायद नींद भी अच्छी आई होगी। शायद आज उठ भी नहीं पाए होंगे। ऐसे लोगों के लिए कहा गया है…अच्छे ढंग से कहा गया है…ये कह-कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं।”

जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत और सोच दिखाया

जब राष्ट्रपति का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए और एक बड़े नेता राष्ट्रपति का अपमान भी कर चुके हैं। जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत और उनके प्रति उनकी सोच क्या है ये भी दिखाई दी है। जब टीवी पर इस प्रकार की बातें कही गई तो अंदर पड़ा नफरत का भाव बाहर आ गया। बाद में पत्र लिखकर खुद को बचाने का प्रयास किया गया।

G20 की अध्यक्षता और भारत की उपलब्धियों के बारे में बोलते हुए PM मोदी ने कहा कि “100 साल में आई यह भयंकर महामारी, दूसरी तरफ युद्ध की स्थिति, बटां हुआ विश्व और इस संकट के माहौल में भी देश को जिस तरह से संभाला गया है इससे पूरा देश आत्मविश्वास से भर रहा है। आज पूरी दुनिया में भारत को लेकर पॉजिटिविटी, आशा, भरोसा है। ये खुशी की बात है कि आज भारत को G20 की अध्यक्षता का अवसर मिला है। ये देश और 140 करोड़ देशवासियों के लिए गौरव की बात है लेकिन मुझे लगता है कि शायद इससे कुछ लोगों को दुख है। वे आत्मनिरीक्षण करें कि वे कौन लोग हैं। कई देश युद्ध के कारण अस्थिरता से पीड़ित हैं। हमारे पड़ोसी सहित कई अन्य लोग मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और खाद्य सुरक्षा की कमी का सामना कर रहे हैं। मुश्किल समय के बीच भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना।”

निराशा में डूबे कुछ लोग स्वीकार नहीं कर पा रहे देश का विकास

विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि “लगभग तीन दशकों तक भारत में राजनीतिक अस्थिरता रही। आज हमारे पास एक स्थिर और निर्णायक सरकार है। निर्णायक सरकार हमेशा देश के हित में निर्णय लेने का साहस रखती है। पिछले 9 साल में 90,000 स्टार्टअप सामने आए हैं। स्टार्टअप्स में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। भारत मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत की समृद्धि में अपनी समृद्धि देखती है। निराशा में डूबे कुछ लोग इस देश के विकास को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। वे लोगों की उपलब्धियों को देखने में विफल रहते हैं। ये निराशा ऐसे नहीं आई, इस निराशा के पीछे कारण है, एक तो 2004 से 2014 तक भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई, इस पर निराशा नहीं होगी तो क्या होगी। 10 साल में महंगाई डबल डिजिट रही इसलिए अगर कुछ अच्छा होता है तो निराशा और उभर कर आती है।”

UPA की सरकार ने हर मौके को मुसीबत में पलटा

UPA सरकार के दौरान हुए घोटालों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि “आज UPA की पहचान यही है कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया। जब Tech और Information का युग तेजी से बढ़ रहा थो तो ये 2G में फंसे रहे। सिविल न्यूक्लियर डील की चर्चा थी तो ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे। 2010 में Commonwealth Games हुए। CWG घोटाले में पूरा देश बदनाम हो गया। 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा। UPA के वे दस साल में भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा। हर नागरिक असुरक्षित था। चारों तरफ ये सूचना रहती थी किसी अनाजानी चीज को हाथ मत लगाना। 10 साल में कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक देश हिंसा का शिकार था। हार्वर्ड में ‘द राइज एंड डिक्लाइन इंडियाज कांग्रेस पार्टी’ नामक एक अध्ययन किया गया। भविष्य में कांग्रेस के पतन पर कई बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन किया जाएगा। 2004-14 के दौरान वॉयस ऑफ इंडिया को इतना कमजोर कर दिया गया था कि दुनिया ने हमारी आवाज सुनने तक की जहमत नहीं उठाई।”

आलोचना की जगह आरोप में गंवा दिए 9 साल

प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप में गंवा दिए। चुनाव हार जाओ तो EVM को गाली, चुनाव आयोग को गाली। कोर्ट में फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट की आलोचना, भ्रष्टाचार की जांच हो रही हो तो जांच एजेंसियों को गाली, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली, सेना पर आरोप। कभी आर्थिक प्रगति की चर्चा हो.. तो यहां से निकल RBI को गाली।

बिना सिर-पैर की बातें करने का आदि हो गया है विपक्ष: PM मोदी

प्रधानमंत्री ने शायराना अंदाज में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि “इन जैसों के लिए कवि दुष्यंत कुमार ने बहुत अच्छी बात कही है-तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं…बिना सिर-पैर की बातें करने के आदि होने के कारण इनको यह भी याद नहीं रहता कि पहले क्या कहा था।”

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