केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के एसआई सहित तीन गिरफ्तार
मन्दसौर(प्रिन्स गुर्जर):- नीचम में एक डॉक्टर को बंधक बनाकर तस्करी के मामले में फंसाने की धमकी देने का एक मामला सामने आया है बदमाशों ने डॉक्टर को बंधक बनाकर उनके परिवार से 20 लाख की फिरौती मांगी। इस मामले में नीमच पुलिस ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के एसआई सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
एमपी के नीमच शहर के एक दन्त चिकित्सक को बंधक बनाकर मादक पदार्थ तस्करी के मामले में पहले फंसाने की धमकी दी गई. फिर 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई. अब इस केस में नीमच पुलिस ने कार्रवाई की है पुलिस ने कार्रवाई करते हुए केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की राजस्थान टीम के एक एसआई सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है यह कार्रवाई शिकायतकर्ता हेमंत कुमार की शिकायत पर की गई. नीमच एसपी अंकित जायसवाल की मार्गदर्शन में नीमच केंट पुलिस ने मामले सख्त कार्रवाई की है
पुलिस के अनुसार शिकायतकर्ता हेमंत कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनका बेटा डॉ. नवीन अग्रवाल डेंटिस्ट है और उसने महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज जयपुर से डिग्री प्राप्त की है. वर्तमान में वह ग्वालटोली चौराहा नीमच पर महिमा डेंटल क्लिनिक संचालित करते हैं. डॉ नवीन अग्रवाल 29 अप्रैल की सुबह क्लिनिक गए थे, लेकिन दोबारा घर नहीं लौटे. रात में उनका मोबाइल भी बंद मिला. बाद में 29 अप्रैल की रात करीब 8 बजे डॉ. नवीन अग्रवाल के मोबाइल नंबर से केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो राजस्थान के सब इंस्पेक्टर हरेंद्र चौधरी का कॉल आया।
बंधक बनाकर मांगी फिरौती
डॉक्टर को बंधक बनाकर केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के एसआई ने फिरौती मांगते हुए कहा कि आपके बेटे के पास मादक पदार्थ मिला है. अगर कार्रवाई से बचना चाहते हो तो 20 लाख रुपये दो रुपये दोगे तो बेटे को ले जाना नहीं तो कार्रवाई कर केस बना देंगे. शिकायतकर्ता ने पैसों की व्यवस्था करने के लिए समय मांगा लेकिन अगले दिन सुबह से ही दोबारा कॉल आने शुरू हो गए. पहले एलआईसी चौराहा और बाद में मंडी गेट के सामने रुपये लेकर कॉल करने वाले हरेंद्र चौधरी और साथियों ने डॉक्टर को बुलाया ओर घटना को अंजाम दिया।
मामले में शिकायतकर्ता हेमंत कुमार अग्रवाल ने 7 लाख 50 हजार रुपये की व्यवस्था की और पुलिस को भी सूचित किया. योजनाबद्ध तरीके से पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हरेंद्र चौधरी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर नगद, बाइक और मोबाइल जब्त किए गए. अब मामले में वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में जांच की जा रही है. पुलिस ने बंधक बनाकर रखे गए डॉ. नवीन अग्रवाल को अपहरणकर्ताओं के कब्जे से मुक्त करवा लिया गया।