मन्दसौर/प्रिन्स गुर्जर/:-नारकोटिक्स विंग में पदस्थ टीआई संजीव सिंह परिहार का गुरुवार को निधन हो गया। परिहार का शव हाइवे मार्ग स्थित सड़क किनारे पड़ी उनकी कार से मिला मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने कार के कांच फोड़कर शव को बाहर निकाला और शहर के निजी अस्पताल पहुंचाया जहाँ चिकित्सकों ने हार्ट अटैक से मौत होना बताया। जिसके बाद शोक की लहर दौड़ गयी।
जानकारी के मुताबिक संजीव सिंह परिहार घर से मंदिर जाने की बोलकर निकले थे करीब दो-तीन घंटे तक वापस ऑफिस नहीं पहुंचे तो उसका आपने भी उनके संपर्क करने की कोशिश की लेकिन कॉल अटेंड नहीं हुआ।
इसके बाद जब नारकोटिक्स खाने के साथी नारकोटिक्स विंग की टीम में आसपास उनकी तलाश शुरू की। तभी गिरनार वाटर पार्क के पास उनके काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी सड़क से नीचे उतरी हुई मिली। गाड़ी के अंदर परिहार का शरीर पूरी तरह अकडा हुआ था उसके बाद उन्हें शहर के सिद्धि विनायक अस्तपाल लाया गया। सूचना मिलने पर एसपी अनुराग सुजानिया,एसपी गौतम सिंह सौलंकी,नारकोटिक्स डीएसपी विवेक गुप्ता,सीएसपी सतनाम सिंह, कोतवाली टीआई पुष्पेन्द्र राठौर,नई आबादी टीआई वरुण तिवारी, वायडीनगर टीआई संदीप मंगोलिया,विंग निरीक्षक भरत चावड़ा,तेजेंद्र सिंह सेंगर सहित अधिकारी सिद्धिविनायक अस्पताल पहुंचे।जहाँ डॉक्टर द्वारा मर्त घोषित करने के बाद शव का पीएम करवाया गया।
जिसनें भी सुना यकीन नही किया
निरीक्षक परिहार के निधन की खबर किसी को यकीन नही हुआ। जिसनें भी सुना भरोसा नही हुआ। किसी भी अधिकारी कर्मचारी को परिहार की मौत पर विश्वास नहीं हुआ। परिहार लंबे समय से मंदसौर जिले में पदस्थ होकर पुलिस विभाग में सेवाएं दे रहे थे। वह जिले के नारायणगढ़,मल्हारगढ़ अफजलपुर थाना सहित लंबे समय से दलौदा थाना प्रभारी रहे तथा उसके सब इंस्पेक्टर से पदोन्नति होने के बाद मन्दसौर नारकोटिक्स विंग में पदस्थ थे। पिछले विगत दिनों से वह अस्वस्थ चल रहे थे तथा उपचार लाभ भी ले रहे थे ऐसी परिस्थिति में कम उम्र में परिहार का चला जाना किसी को भरोसा नही हुआ।
मेहनती अधिकारियों में गिने जाते थे परिहार
मन्दसौर पुलिस विभाग में पदस्थ रहते अपनी कार्यप्रणाली से परिहार मेहनती अधिकारी में गिने जाते थे।वरिष्ठ अधिकारियों तथा साथी कर्मचारियों के नजर में परिहार की साफ सुथरी स्वच्छ छवि थी।
जिम तथा भक्ति भाव मे रखते थे रुचि
दिवंगत परिहार फिटनेस के साथ ही भक्ति भाव मे भी विशेष रुचि रखते थे।ड्यूटी से समय निकालकर प्रतिदिन जिम करते थे तथा स्ट्रिक्ट डाइटिंग भी करते थे। भगवान हनुमान के अन्यन्य भक्त थे प्रति मंगलवार बालाजी तथा प्रति शनिवार शनि देव के दर्शन लाभ लेते थे।