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रिजर्व बैंक ने फिर दिया झटका, 0.25 फीसदी बढ़ा दिया रेपो रेट, महंगी होगी EMI, RBI गवर्नर ने किया एलान

नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2022-23 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की आखिरी क्रेडिट पॉलिसी के फैसलों का एलान आज हो गया है, आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सुबह 10 बजे से एमपीसी की बैठक के नतीजों के बारे में जानकारी दी है और इसमें रेपो रेट को लेकर घोषणा कर दी है।

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज एलान किया है कि एमपीसी ने रेपो रेट को 0.25 फीसदी बढ़ाया है। इसके बाद देश में रेपो रेट बढ़कर 6.50 फीसदी पर आ गया है जो कि पहले 6.25 फीसदी पर था। एमपीसी के 6 सदस्यों में से 4 सदस्यों ने इसके पक्ष में वोट किया। आज आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी के एलानों से पहले बैंक निफ्टी के लगभग सभी बैंक शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे और बैंक निफ्टी में इसके दम पर उछाल देखा जा रहा था। सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर बैंक निफ्टी के 12 में से 9 शेयरों में उछाल देखा जा रहा था और बैंक निफ्टी 200 अंक ऊपर कारोबार कर रहा था।

Big Data: How RBI is using Big Data to track your money - The Economic Times

गवर्नर शक्तिकांत दास के अन्य एलान क्या हैं- जानें
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी और महंगाई के आंकड़ों में हो रहा उतार चढ़ाव भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी असर डाल रहा है. भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है लेकिन ग्लोबल चुनौतियां हमारे सामने हैं और उनके मुताबिक फैसले लेने होते हैं. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2023 के लिए भारत की जीडीपी का अनुमान 7 फीसदी रखा गया है. वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर के 4 फीसदी के दायरे से ऊपर रहने की संभावना है. आरबीआई ने MSF रेट बढ़ाकर 6.75 फीसदी कर दिया है और इसमें भी 0.25 फीसदी का इजाफा हुआ है. एमएसएफ को 6.50 फीसदी से बढ़ाकर 6.75 फीसदी पर ले आया गया है.

RBI Monetary Policy announcements today governor Shaktikanta Das repo rate likely hiked by 25 bps RBI Monetary Policy: रिजर्व बैंक ने फिर दिया झटका और 0.25 फीसदी बढ़ा दिया रेपो रेट, महंगी होगी आपकी EMI

अन्य कारकों को लेकर आरबीआई गवर्नर ने क्या कहा

शक्तिकांत दास ने कहा कि भारतीय रुपये में दूसरी करेंसीज के मुकाबले कम उतार-चढ़ाव देखा गया है.
G-Sec मार्केट का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक के लिए फिर से लागू कर दिया गया है.
वित्त वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में वित्तीय घाटा मध्यम रहेगा. आरबीआई ने G-Secs की लैंडिंग और बॉरोइंग को लेकर मंजूरी का प्रस्ताव रखा है.

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