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नए सिरे से स्टीमेट तैयार कर फिर से बुलाना पड़ेंगे टेंडर, इंदौर भोपाल मेट्रो निर्माण पर पड़ेगा महंगाई का असर

इंदौर। लोहा सहित अन्य निर्माण सामग्री में पिछले कुछ दिनों में जो तेजी से वृद्धि हुई है, उसके चलते रेलवे कोच सहित अन्य सामग्री की लागत भी बढ़ गई। इसका असर अब मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट पर भी पड़ने वाला हैं। जानकारों के अनुसार भोपाल-इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले चरण का काम इन दिनों तेजी से चल रहा है और पिछले दिनों मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कापोर्रेशन ने रोलिंग स्टॉक यानी कोच व अन्य कार्यों के अंतर्राष्ट्रीय टेंडर बुलवाए थे, लेकिन दो कम्पनियों ने ही इसमें हिस्सा लिया।

मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कापोर्रेशन ने पूर्व के स्टीमेट के आधार पर ये टेंडर बुलाए थे। 156 कोच के लिए अल स्टॉम ट्रांसपोर्ट भारत की कम्पनी ने जो राशि भरी थी और फ्रांस की कम्पनी बीईएमएल ने दो गुना से अधिक राशि के टेंडर भरे हैं। चूंकि कम दरों का टेंडर भी 51 फीसदी तय की गई टेंडर लागत से ज्यादा है और चूंकि निगोशिएशन का प्रावधान नहीं है, जिसके चलते फिर से टेंडर बुलाने की कवायद करना पड़ेगी। लगभग 1100 करोड़ रुपए से अधिक राशि के ये टेंडर मिले हैं, जिसमें 81 कोच भोपाल के और 75 कोच इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के शामिल हैं।

मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कापोर्रेशन ने जो फाइनेंशियल टेंडर खोले, उसमें इंदौर मेट्रो के पहले चरण में लगने वाले 75 कोच और भोपाल मेट्रो के लिए 81 कोच शामिल हैं। इसके साथ सिग्नलिंग और ट्रेन कंट्रोल तथा टेली कम्यूनिकेशन सिस्टम भी रहेगा और 7 साल तक इसका रख-रखाव भी टेंडर लेने वाली कम्पनी को ही करना पड़ेगा। मेट्रो प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों की माने तो निगोशिएशन का प्रावधान खत्म कर दिया है और न्यूनतम टेंडर भी 51 फीसदी अधिक राशि के मिले हैं, लिहाजा अब नए सिरे से ही टेंडर की कवायद करना पड़ेगी।

अब नए सिरे से अंतर्राष्ट्रीय टेंडर की कवायद के चलते इस कार्य में और विलंब होगा। सूत्रों की माने तो अब अधिक राशि के टेंडर मिल गए हैं, जिनकी मंजूरी भी मुश्किल है। लिहाजा अब नए सिरे से स्टीमेट बढ़ी लागत के आधार पर तैयार कर फिर से बुलाना पड़ेंगे। अलस्टॉम में पिछले दिनों चेन्नई मेट्रो के लिए भी 78 कोच के लिए टेंडर भरा और उसमें भी उसकी दर न्यूनतम ही रही। दरअसल देश में एकमात्र यही कम्पनी मेट्रो कोच सहित अन्य सामग्री बनाती है। इसके अलावा फ्रांस और जर्मनी की कम्पनियां ही अभी तक इस क्षेत्र में अग्रणी रही है।

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