Mradhubhashi
Search
Close this search box.

MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश के इन 4 संभागों में आज भारी बारिश का अलर्ट, फिर से सक्रिय हुआ मानसून

MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश के इन 4 संभागों में आज भारी बारिश का अलर्ट, फिर से सक्रिय हुआ मानसून

MP Monsoon Update: मध्‍य प्रदेश में फिर से मानसून सक्रिय हो रहा है। पूरे प्रदेश में जल्‍द ही अच्‍छी बारिश होगी। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के साथ मानसून द्रोणिका का पूर्वी सिरा भी सामान्य स्थिति में आ चुका है। इससे काफी समय से शिथिल मानसून फिर सक्रिय हो गया है। IMD मौसम विज्ञानिकों ने पूर्वानुमान जताया है कि बुधवार को पूरे प्रदेश में गरज-चमक के साथ बाारिश होने की संभावना है। खासतौर पर भोपाल, इंदौर, जबलपुर एवं नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। बारिश की संभावना जानने के बाद किसानों के चेहरे खिल गए हैं।

MP Monsoon Update: मंगलवार को सबसे अधिक नरसिंहपुर में 41 मिलीमीटर बारिश हुई। सिवनी में 27 मिलीमीटर, नौगांव में 22 मिलीमीटर, ग्वालियर में 18.5 मिलीमीटर, सतना में 14 मिलीमीटर, मंडला में 12 मिलीमीटर, छिंदवाड़ा में 10 मिलीमीटर, जबलपुर में 8.6 मिलीमीटर, सीधी एवं पचमढ़ी में सात मिलीमीटर, शिवपुरी एवं नर्मदापुरम में छह मिलीमीटर, रायसेन में तीन मिलीमीटर, मलाजखंड में दो मिलीमीटर, भोपाल में एक मिलीमीटर, गुना में 0.8 मिलीमीटर, सागर में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई है।

हिमालय की तराई में मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर
MP Monsoon Update: मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एसएन साहू का कहना है कि इस समय बंगाल की खाड़ी में उत्तरी आंध्र एवं दक्षिणी ओडिशा के तट पर कम दबाव का क्षेत्र बना है। मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर हिमालय की तराई में है, पर पूर्वी सिरा नजीबाबाद, लखनऊ, सतना, रायपुर से होकी कम दबाव के क्षेत्र से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी है। पूर्वी उत्तर प्रदेश से कम दबाव के क्षेत्र तक एक द्रोणिका बनी है।

अच्‍छी बारिश की संभावना बढ़ी
MP Monsoon Update: मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि मानसून के फिर सक्रिय होने से पूरे प्रदेश में रुक-रुककर अच्छी बारिश होने की संभावना बनी है। बता दें इस सीजन में प्रदेश में एक जून से मंगलवार तक 664.5 मिलीमीटर बारिश हुई है, जो सामान्य बारिश (823.9 मिमी.) की तुलना में 19 प्रतिशत कम है। प्रदेश के 27 जिलों में सामान्य से 47 प्रतिशत तक कम बारिश हुई है। इससे सोयाबीन, धान की फसलों पर सूखे का खतरा मंडराने लगा था

Read More

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट