Mradhubhashi
Search
Close this search box.

126 साल की उम्र में भी फिट स्वामी शिवानंद, सिर्फ उबला खाना खाते हैं, 100 साल से कर रहे हैं योग

हाल ही में पद्मश्री से नवाजे गए सबसे उम्रदराज स्वामी शिवानंद सरस्वती को देखकर हर कोई दंग रह जाता है। राष्ट्रपति भवन में हुए कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री लेने वाले स्वामी शिवानंद सबसे उम्रदराज व्यक्ति है। स्वामीजी 126 साल के हैं और पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं। उनके स्वस्थ रहने का कारण उनकी दिनचर्या है। आइये जानते है सुपरहिट स्वामी शिवानंद का डैली रूटीन।

दुर्गाकुंड, वाराणसी के रहने वाले स्वामी शिवानंद बाल ब्रह्मचारी हैं। स्वामीजी ने स्कूली शिक्षा नहीं ली है, लेकिन फिर भी अंग्रेजी, हिंदी और बांग्ला भाषा को बखूबी बोल लेते हैं। स्वामी शिवानंद रोजाना तड़के 3 बजे उठ जाते हैं। योग और प्राणायाम से ही दिनचर्या शुरू हो जाती है। स्वामी ने जब से होश संभाला है तब से दोपहर में नहीं सोए हैं।

वह किशोरावस्था से ही योग कर रहे हैं। स्वामी शिवानंद के अनुसार योग करने से अनिद्रा और डिप्रेशन भाग जाता है और प्राणायाम करने से दवा भी नहीं खानी पड़ती है। दवा आपके शरीर को बर्बाद कर देती है। मेरे शरीर को कोई बीमारी नहीं है और मैं कभी बीमार भी नहीं पड़ा। युवाओं को योग करना चाहिए और योग का महत्व जानना चाहिए।

स्वामी शिवानंद सुबह उठकर ठंडे पानी से आंखें धोते हैं। दैनिक कार्य पूरे करके गुरुमंत्र का जाप करके एक घंटा योगासन करते हैं। जिनमें कई तरह के योग शामिल है। इसमें मुख्य रूप से सर्वांगासन, पवन मुक्तासन, अर्ध चंद्रासन, फ्री हैंड, वज्रासन, आंख और गर्दन के योग करते है। योग करने के बाद स्वामीजी चंडी पाठ, दुर्गा पाठ, रामायण और महाभारत पढ़ते है। स्वामीजी की दिनचर्या पूरी तरह से निश्चित होती है।वह दोपहर 1 बजे भोजन लेते हैं इसमें बिना तेल-नमक वाली उबली सब्जी और दाल शामिल होती है। रोजाना शाम को 8 बजे नहाकर भोजन करते हैं। भोजन में जौ से बना दलिया, आलू का चोखा और उबली सब्जी खाकर रात 9 बजे तक सो जाते हैं। स्वामीजी ने एक मिडिया समूह से बातचीत के दौरान कहा था की वे अपने सारे काम खुद करते हैं। अपने बर्तन और कपड़े भी खुद ही धोते हैं। वह अपने कमरे की सफाई भी खुद करना पसंद करते हैं। स्वामीजी हर मौसम में सिर्फ एक धोती पहनते हैं।

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट