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ToggleRSS on MP Election: मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव का मतदान होगा। इससे पहले चुनाव के आए सर्वे और फीडबैक ने बीजेपी (BJP) की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े लोगों ने मध्य प्रदेश में जमीनी स्तर पर सक्रियता बढ़ाई है। आरएसएस कार्यकर्ता जमीनी फीडबैक जुटा रहे हैं। इसके साथ ही सरकार की योजनाओं से आम लोगों को अवगत करा रहे हैं। मध्य प्रदेश चुनाव को लेकर आए तमाम मीडिया संस्थानों के सर्वे और जमीनी फीडबैक के बाद से बीजेपी (BJP) चिंतित है। वह जमीनी हालात में सुधार लाने की कोशिश कर रही है।
एक तरफ पार्टी ने बड़े चेहरों को मैदान में उतरा है, ताकि हालात संभाली जा सके। दूसरी ओर अब आरएसएस (RSS) भी बीजेपी (BJP) की मदद के लिए आगे आया है। सूत्रों का कहना है कि अनुशंगिक संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता और पदाधिकारी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर दो महीने से एमपी के अलग-अलग हिस्सों में सक्रिय हैं। अब इन पर बड़ी जिम्मेदारी आई है और वह जिम्मेदारी राज्य विधानसभा चुनाव की है।
आरएसएस(RSS) से जुड़े विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं को मिली जिम्मेदारी
जमीनी स्तर पर काम कर रहे हजारों स्वयंसेवकों का जो फीडबैक आया है, उसके बाद से संघ द्वारा विधानसभा चुनाव में पार्टी की मदद की रणनीति बनाई है। सूत्रों के मुताबिक चार हजार से ज्यादा संघ से नाता रखने वाले विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता बीजेपी (BJP) की जमीनी स्थिति में सुधार लाने में जुटेंगे। यह वे संगठन हैं, जो सामाजिक तौर पर अलग-अलग वर्गों के बीच काम सक्रिय हैं। किसानों एवं आदिवासियों के बीच काम करते हैं।
जपा के कार्यों को आम लोगों को बता रहे कार्यकर्ता
समाज के अलग-अलग वर्गों के बीच ये लोग पहुंचकर बीजेपी सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। लोगों को सहमत कर रहे हैं कि वर्तमान में राष्ट्रवादी पार्टी सत्ता से बाहर होती है तो देश का बड़ा नुकसान होगा। कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म करने, राम मंदिर और तीन तलाक जैसे कानून पर भी चर्चा कर रहे हैं। समान नागरिक संहिता को देश के लिए जरूरी बता रहे।