इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में केंद्रीय सरकार की इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट योजन में करोड़ो के घोटाले की जांच को लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा उपकरणों की तलाश के लिए विभिन्न कालोनियों का निरीक्षण कर मौके का मुयाना किया गया ।
मध्यप्रदेश के इंदौर सभाग के कई जिलों में केंद्रीय सरकार की इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट योजन के तहत 530 करोड़ के उपकरण अधिकारियों को गरीब बस्तियों सहित जिन स्थानों पर बिजली के उपकरण खराब हो गए है। वह बदलने के लिए उपलब्ध कराए गए थे। जिनमें से इंदौर जिले के लिए 230 करोड़ के उपकरण समिल थे। इन उपकरणों में बिजली के मजबूत खम्बे,डीपी, उच्च क्वलिटी के तार सहित अन्य उपकरण शामिल थे, लेकिन पिछले दिनों यह सरकारी उपकरण निजी कालोनी में लगने की शिकायत 8 माह से की जा रही थी।
इसकी शिकायतकर्ता द्वारा केन्द्र सरकार, ईओडब्ल्यू, लोकायुक्त सहित अन्य विभागों को इसकी शिकायत दर्ज कराई गई और उसके बाद जांच शुरू की गई। मध्य प्रदेश शासन के ऊर्जा मंत्री द्वारा कई अधिकारियों का तबादला भी कर दिया गया है ताकि जांच प्रभावित ना की जा सके। इसी कड़ी में बांगड़दा रोड स्थित एन एस कॉरिडोर सहित आसपास की कॉलोनियों का निरीक्षण बिजली विभाग के अधिकारी द्वारा किया गया। एक रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को सौंपी गई है। आने वाले दिनों में उसी आधार पर कार्रवाई की बात कही जा रही है ।
बतादें कि कुछ कालोनीयों में मीले उपकरणों के आधार पर अधिकारियों ने पंच नामा भी बनाया है लेकिन अभी तक कलोनी के मालिक, ठेकेदार या फिर सबधित अधिकारी पर कोई कार्यवाही नही की गई है।