Latest Motivational Story: चार दिन के बच्चे ने चार लोगों को नई जिंदगी दे दी। इस बच्चे ने ऐसा कर देश में सबसे कम उम्र में अंगदान करने का रिकॉर्ड बना डाला। गुजरात के सूरत में 4 दिन के बच्चे का ब्रेन डेड हो गया था, जिसके बाद उसके माता-पिता ने बेटे के अंगों को दान कर किया। इससे चार शिशुओं को नई जिंदगी मिली। गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) जीवनदीप ऑर्गन डोनेशन फाउंडेशन के मुताबिक शिशु देश का सबसे कम उम्र का अंगदाता है। डॉक्टरों का कहना कि जन्म के बाद शिशु को इनक्यूबेटर में रखा गया, क्योंकि उसके दिल की धड़कन कम थी। वह सांस नहीं ले पा रहा था।
जीवनदीप ऑर्गन डोनेशन फाउंडेशन के मुताबिक जन्म के बाद से बच्चे की दिल की धड़कन कम थी। इससे बच्चे को इनक्यूबेटर में रखा गया था। 48 घंटे बच्चे को इनक्यूबेटर में रखकर न्यूरो सर्जन ने बच्चे की जांच की। जांच में बच्चे का ब्रेन डेड मिला था।
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Toggleपरिजन ने अंगदान करने का फैसला लिया
फाउंडेश्न के प्रबंधन न्यासी विपुल तलविया का कहना है कि परामर्श बाद नवजात बच्चे के माता-पिता जरूरतमंद लोगों को नया जीवन देने के लिए बेटे के अंगों को दान करने का फैसला लिया था। हाल में 18 अक्टूबर को पांच दिन के बच्चे के माता-पिता अनूप और वंदना ठाकोर ने ब्रेन डेड बेटे के अंग दान किए थे, जो अब तक का सबसे कम उम्र का अंगदाता था।
पहले भी ऐसे मामले आ चुके हैं
एम्स में पिछले वर्ष छह वर्षीय रोली की मौत सिर में गोली लगने से हुई थी। बच्ची के परिजन ने एम्स में उसका अंगदान कराया था। वह एम्स में सबसे कम उम्र की डोनर है। पिछले एक वर्ष में एम्स में हादसों के शिकार पांच बच्चों का अंगदान हुआ है। एम्स के न्यूरो सर्जरी के प्रोफेसर डॉ. दीपक गुप्ता का कहना है कि यह गलत धारणा है कि 18 से 60 वर्ष के लोग ब्रेन डेड होने पर अंगदान कर सकते हैं