गुना। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे विश्व के सामने पर्यावरण संतुलन स्थिर रखने की चुनौती सामने आई है। इस उद्देश्य को लेकर अनेक स्तर पर जागरुकता अभियान चल रहे हैं। खासकर, गंदगी की वजह से खराब होते वातावरण को शुद्ध और स्वच्छ बनाने के लिए पहल की जा रही है। हिमाचल प्रदेश से कन्याकुमारी पैदल यात्रा कर रहे हितेश गुना पहुंचे।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर निवासी 23 वर्षीय हितेश भी पर्यावरण को लेकर काफी चिंतित हैं। वह चाहते हैं कि समाज में स्वच्छता को लेकर क्रांति लाई जाए। इसकी शुरुआत स्वयं से करते हुए हितेश ने हिमाचल के ही सुंदर नगर से 29 जुलाई से पदयात्रा की शुरुआत की है। वह देश के तमाम शहरों में स्वच्छता का संदेश देते हुए कन्याकुमारी पहुंचेंगे।
स्वामी विवेकानंद से प्रभावित हितेश बताते हैं कि स्वच्छता को लेकर लापरवाही बरतना अब हमारे लिए घातक हो सकता है। लोगों को जागरुक करने के लिए हितेश ने अनोखा तरीका अपनाया है। वह पदयात्रा के दौरान अपने साथ दो बैग लेकर चल रहे हैं। जहां भी कचरा दिखाई देता है उसे उठाकर बैग में रखते हैं और डस्टबिन दिखाई देने पर कचरा उसमें फेंकते हैं। आर्थिक रूप से हितेश इतने सक्षम नहीं हैं कि होटल या लॉज में रुक सकें। 45 दिनों की यात्रा पूरी कर रविवार को गुना पहुंचे हितेश ने बताया कि उन्हें इस यात्रा के दौरान मन की शांति का एहसास हो रहा है। हितेश अब तक 1000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं।
गुना से मृदुभाषी के लिए ऱाघवेंद्र शर्मा की रिपोर्ट