देश में लाख़ों की तादाद में लोग Credit Card का इस्तेमाल करते है और Credit Card की मदद से कई लोग अपनी EMI भरते है ,लेकिन अब आप को जानकार हैरानी होगी कि अगर आप लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी पर लिए गए लोन की किस्तें चुकाते हैं, तो अब आप इंश्योरेंस पॉलिसी लोन की किस्तें क्रेडिट कार्ड के जरिए नहीं भर सकते |
बीमा नियामक संस्था IRDAI ने इसे लेकर बीमा कंपनियों को नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, रेगुलेटर ने 4 मई को क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बीमा पॉलिसी पर लिए गए लोन को चुकाने की सुविधा को रोकने के निर्देश देते हुए एक सर्कुलर जारी किया था।
बीमाकर्ताओं ने कहा कि क्रेडिट कार्ड पर उधार लेकर और Credit Card पर बकाया राशि पर बहुत अधिक ब्याज दरों का भुगतान करके ऋण चुकाना ग्राहक के हित में नहीं था। हाल के एक आदेश में, भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने सभी जीवन बीमाकर्ताओं से कहा है कि वे बीमा पॉलिसियों के लिए दिए गए ऋणों के पुनर्भुगतान के लिए क्रेडिट कार्डों को तत्काल प्रभाव से स्वीकार करना बंद करें।

पॉलिसीधारकों के हितों की रक्षा करता है
विशेषज्ञो ने कहा क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ऋण की अदायगी से बचना चाहिए क्योंकि डिफ़ॉल्ट या आंशिक भुगतान के मामले में, कार्ड जारी करने वाली कंपनियों को भारी ब्याज दरों का भुगतान करना होगा।
नियामक के कदम पर टिप्पणी करते हुए कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के अध्यक्ष, मुख्य एक्चुअरी और मुख्य जोखिम अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा कि IRDAI का यह एक अच्छा कदम है क्योंकि यह पॉलिसीधारकों के हितों की रक्षा करता है।
उन्होंने कहा, ‘ज्यादातर बीमा कर्ज 8 फीसदी से 15 फीसदी के बीच होते हैं जबकि क्रेडिट कार्ड की ब्याज दरें 20 फीसदी से ज्यादा हो सकती हैं।’