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Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर का गर्भगृह लगभग तैयार, 400 किलो का ताला भी बना, प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख तय

Ayodhya Ram Mandir अयोध्या राम मंदिर का गर्भगृह लगभग तैयार, 400 किलो का ताला भी बना, प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख तय

Ayodhya Ram Mandir: पूरी दुनिया के रामभक्त कर रहे है इंतज़ार 25 हजार संत और 10 हजार विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।

Ayodhya Ram Mandir Construction: उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) स्थित दिव्य राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में भगवान रामलला (Lord Ramlala) की प्राण-प्रतिष्ठा की तारीख तय हो चुकी है। 21 जनवरी, 22 एवं 23 जनवरी को भगवान रामलला (Lord Ramlala) इस दिव्य मंदिर में विराजेंगे। इस भव्य समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) शामिल होंगे। राम मंदिर का निर्माण करा रहे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust) द्वारा प्रधानमंत्री को बहुत जल्द निमंत्रण भेजा जाएगा। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम की पुष्टि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने की है।

Ayodhya Ram Mandir: ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) प्राण-प्रतिष्ठा समारोह जनवरी के तीसरे सप्ताह में किया जाएगा। इस समारोह में प्रधानमंत्री के अलावा दर्जनों गणमान्य लोग शामिल होंगे। देश के 136 सनातन परंपराओं (eternal tradition) के 25 हजार से अधिक धर्मगुरु भी इस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनेंगे। संतों की सूचनी बनाई जा रही है। राम जन्मभूमि परिसर (Ram Janmabhoomi Complex) के अंदर अभिषेक समारोह में 25 हजार संत और 10 हजार विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।

एक महीने तक हर दिन 75 हजार राम भक्त करेंगे भोजन
Ayodhya Ram Mandir: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट (Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra Trust)का कहना है कि गर्भगृह (Grabhgrih) में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में एक महीने तक हर दिन 75 हजार राम भक्तों को भोजन कराया जाएगा। राम भक्तों (ram bhakt) को मुफ्त भोजन कराए जोन की तैयारी अभी से चालू है। बता दें 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने राम मंदिर निर्माण (Ram temple construction) के लिए भूमि पूजन किया था।

मंदिर की छत ढलाई गई
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के गर्भगृह (Ram Mandir Sanctum Sanctorum) का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। वहीं, मंदिर की छत भी ढला गई है। पहले फ्लोर का निर्माण शुरू हो चुका है। मंदिर के गर्भगृह के स्तंभों पर मूर्तियां उकेरने का काम अंतिम चरण में है। भूतल पर 160 स्तंभ लग गए हैं। दिसंबर तक भूतल का काम पूरा हो जाएगा। इसमें दरवाजा, खिड़की और बिजली वायरिंग, फर्श पर टाइल्स लगाया जा रहा है। रामसेवकपुरम में राजस्थान के मकराना संगमरमर से विख्यात मूर्तिकार सत्यनारायण पांडेय रामलाल की मूर्ति बना रहे हैं। रामलला की दो अन्य मूर्तियां भी बनाई जा रहीं हैं। इन दोनों मूर्तियां का कर्नाटक की तुंगभद्रा नदी किनारे स्थित पहाड़ी से लाई गईं शिलाओं से निर्माण हो रहा है।

मंदिर को जाने वाली सड़क भी बनाई जा रही खूबसूरत
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर (Ram Mandir) को सीधे जोड़ने वाली सड़क को भी बेहद खूबसूरत बनाया जा रहा है। सड़क पर गुलाबी पत्थरों से डिजाइन कराई जा रही है। मंदिर के कॉरिडोर को भी ऐसी ही विकसित किया जा रहा है। सु्ग्रीव किला मंदिर के बगल से जाने वाले पथ किनारे एक लाइन में खूबसूरत लाइटिंग के पिलर भी बनाए गए हैं। मंदिर के दर्शन के लिए यह मुख्य प्रवेश मार्ग होगा।

अलीगढ़ के दंपति ने बनाया 400 किलो का ताला, 4 फीट लंबी चाबी
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के लिए अलीगढ़ के सत्यप्रकाश और उनकी पत्नी रुक्मिणी ने 400 किलो का ताला बनाया है। सत्यप्रकाश के अनुसार इस ताले की चाबी 4 फीट लंबी है। इसे बनाने के लिए दंपति ने अपनी जिंदगी की सारी जमापूंजी लगा दी। इसे दुनिया का सबसे बड़ा ताला भी बताया जा रहा है। सत्यप्रकाश का कहना है कि दिसंबर तक राम मंदिर प्रबंधन को वह यह ताला उपहार के रूप में सौंपेंगे। सत्यप्रकाश के मुताबिक उनके पूर्वज एक सदी से हाथों से ताला बना रहे है। वह खुद 45 साल से यह काम कर रहे हैं।

2 लाख रुपए खर्च हुए: सत्यप्रकाश
सत्यप्रकाश की पत्नी रुक्मिणी ने बताया कि उन्होंने पति के साथ मिलकर शुरुआत 6 फीट लंबा ताला और 3 फीट चौड़ा ताला बनाया था। फिर लोगों ने कहा कि और बड़ा ताला बनाओ। इसके बाद उन्होंने ताले की लंबाई 10 फीट और चौड़ाई 4.5 फीट कर दी दी। ताला 9.5 इंच मोटे हैं। इस ताले को बनाने में 2 लाख रुपए खर्च हुए। यह भी दावा किया की अब तक अलीगढ़ में किसी ने इतना बड़ा ताला नहीं बनाया है।

अभी ही सारे होटल हो चुके हैं बुक
जनवरी में रामलला (Ayodhya Ram Mandir) की प्राण-प्रतिष्ठा का साक्षी बनने के लिए देशवासियों ने काफी पहले ही अयोध्या के होटलों में कमरे बुक कर लिए थे। यही वजह है कि शहर के किसी भी होटल में जनवरी में कमरे खाली नहीं हैं। अब नामचीन कुछ होटल वालों ने कुछ कमरे इमरजेंसी के लिए होल्ड पर छोड़ रखा है। कुछ होटलों ने वेटिंग में बुकिंग शुरू कर दी है। इसके बावजूद लोग एडवांस पेमेंट करने को तैयार हैं। खासकर लोग राम मंदिर के आसपास बने होटलों को प्राथमिकता दे रहे हैं। वर्तमान में अयोध्या मुख्य शहर में करीब 100 होटल हैं। इन होटलों में महानगर मुंबई, दिल्ली, कोलकाता समेत अन्य शहरों के लोग बुकिंग करा चुके हैं और अब भी बुकिंग के लोग कॉल कर रहे हैं। अधिकांश लोग ग्रुप बुकिंग के लिए पेमेंट करने को तैयार हैं।

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