देश में कोरोना के मामले एकबार फिर बढ़ने लगे हैं। देश में एक दिन में कोरोना के 1,590 नए मामले सामने आए जो बीते 146 दिन में सबसे ज्यादा हैं। इसके साथ ही देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 8,601 हो गई है। वहीं पॉजिटिविटी रेट 1.33 फीसद दर्ज की गई है जबकि साप्ताहिक संक्रमण दर 1.23 फीसद पहुंच गई है। हाल ही में केंद्र सरकार ने इस बारे में 10 और 16 मार्च को राज्यों को इस बारे में एडवाइजरी जारी की थी। अब सरकार की गाइडलाइन के बाद में मध्य प्रदेश सरकार ने भी कोरोना और इनफ्लुएंजा से बचाव के लिए संयुक्त एडवाइजरी जारी की है।
सूबे के स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी के अनुसार, देश में मध्य फरवरी के बाद से कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। देश के कुछ राज्यों में सक्रिय कोविड-19 के मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। केरल में 26.4 फीसदी, महाराष्ट्र में 21.7, गुजरात में 13.9, कर्नाटक में 8.6 और तमिलनाडु में 6.3 प्रतिशत मामले रिपोर्ट किए गए हैं। इसको ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को मामलों की मॉनिटरिंग करने के संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
राज्य सरकार ने कहा है कि इनफ्लुएंजा एवं कोविड-19 के लक्षण लगभग समान हैं। अत: लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी जाती है। खास तौर पर हाथ की स्वच्छता के साथ ही सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जाना चाहिए। विशेष रूप से गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों और बुजुर्गों को भीड़भाड़ और बंद स्थानों से बचने को कहा गया है। डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ रोगियों और उनके तीमारदारों को भी मास्क पहनने की सलाह दी गई है।
राज्य सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में भीड़भाड़ और बंद जगहों पर मास्क पहनने, छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढंकने और रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करने को कहा गया है। लोगों से हाथों को बार-बार धोने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करने की सलाह दी गई है। अस्पतालों को कोरोना जांच को बढ़ावा देने को भी कहा गया है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के संबंधित अधिकारियों को दवाओं, बेड्स एवं आईसीयू बेड्ड समेत अस्पताल की तैयारियों का जायजा लेने के निर्देश भी दिए गए हैं।अस्पतालों से टीकाकरण पर जोर देने को कहा गया है।