World Heart Day 2023: देश में लगातार दिल के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बीते दो दशक में दिल रोगियों की संख्या 40-45% बढ़ गई है। वहीं, अमेरिका में 41% रोगी घटे हैं। अमेरिका मे हृदय रोगों की मृत्यु दर 1990 के बाद 41 फीसदी घटी है। भारत में यह दर 155.7 से बढ़कर 209.01 प्रति लाख की आबादी पर चली गई है।
जीवन शैली पर आधारित Read More
World Heart Day: वर्तमान में युवाओं में फ्राइड और फास्ट फूड के प्रति आकर्षण तेजी से बढ़ा है। कई बार उपयोग किए गए तेल की मात्रा अधिक होती है। युवाओं में तेजी से बढ़ते कोलेस्ट्रॉल लेवल का एक कारण फ्राइड फूड का अधिक खाना है। यह कहने में अतिशयोक्ति नहीं होगी कि युवाओं में हृदय रोग तेजी से बढ़ने की वजह रेडीमेड खाना मुख्य कारण है।
बच्चों में भी बढ़ रहीं दिल से जुड़ीं समस्याएं
World Heart Day: कुछ वर्षों में बच्चों में भी कोलेस्ट्रॉल लेवल तेजी से बढ़ा है। बच्चे घर में बना पौष्टिक खाने के बजाय तले खाद्य पदार्थ या जंक फूड खाना पसंद करते हैं। बच्चे फिजिकल एक्टिविटी के बजाय ज्यादा समय सोशल मीडिया या ऑनलाइन गेम्स खेलते हैं। इससे बच्चों में कोलेस्ट्रॉल की समस्या आ रही है। इससे जल्द हार्ट संबंधी बीमारी के शिकार हो रहे हैं।
जीवनशैली में खामियों भी कारण
World Heart Day: जीवनशैली की खामियों के कारण होने वाला एक रोग हृदय रोग है। अनियमित खानपान, अनिद्रा, तनाव और अधिकतर समय मोबाइल पर बिताना आदि खराब जीवनशैली के हिस्सा हैं। इसमें बदलाव कर दिल की बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं।
ये लक्षण दिखने पर तत्काल कराएं जांच
World Heart Day: हर इंसान में हार्टअटैक आने से पहले कई लक्षण दिखते हैं। आमतौर पर अधिकांश लोगों में हार्ट अटैक आने के कुछ दिन या घंटों पहले सीने में दर्द, जकड़न, कंधों में दर्द, शरीर में बहुत अधिक थकान, सोने में घबराहट, दिल की धड़कन का तेज होना और थोड़ा-सा पैदल चलने पर सांस फूलने लगती है।
शरीर में कमजोरी, चक्कर आना, सिर घूमना, जी मिचलाना, उल्टी होना और पेट खराब भी होते हैं। अमूमन पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण लगभग समान होते हैं। रात में सोते समय खर्राटे लेना या पर्याप्त नींद नहीं ले पाना भी हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ाता है। टहलने पर पैरों में तकलीफ और पैरों में सूजन होना भी लक्षण है।
हार्ट अटैक के कारण
World Heart Day: हार्ट अटैक आने का प्रमुख कारण शरीर की खून की नलियों में ब्लॉकेज होना है। इसके जोखिम से बचने के लिए शरीर में कोलेस्ट्रॉल पर काबू रखना जरूरी है। दरअसल, कोलेस्ट्रॉल खून को गाढ़ा बनाता है। इस कारण से हार्ट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल अधिक होता है तो ब्लॉकेज की आशंका बढ़ जाती है।
शरीर में डायबिटीज नियंत्रण में न हो तो यह दिल को सबसे अधिक नुकसान पहुंचा सकती है। डायबिटीज होने पर ब्लड शुगर लेवल घटता-बढ़ता रहता है। यह कंट्रोल नहीं होने पर हार्ट अटैक का मुख्य कारण बन जाता है। पुरुषों में हार्ट अटैक की आशंका 40 की उम्र के बाद बढ़ जाती है। महिलाओं में 50 से अधिक उम्र में हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है।
हर दिन करें कार्डियो एक्सरसाइज
World Heart Day: हर दिन 45 मिनट ब्रिस्क वॉक करने से हार्ट में ब्लॉकेज होने का खतरा कम होता है। आप ब्रिस्क वॉक नहीं करना चाहते हैं तो साइकिल चलाना, स्विमिंग करना या रस्सी कूदने जैसी फिजिकल एक्टिविटी कर सकते हैं। अब तक के शोधों में पता चला है कि हर दिन 30-40 मिनट पैदल चलने से दिल संबंधी बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है। डायट में फाइबर व प्रोटीन फूड ज्यादा लें।