रंगों के त्योहार होली के तारीख को लेकर इस बार लोग कन्फ्यूज है. काशी के विद्वान भी बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस में कब होली मनेगी इसको लेकर अलग अलग तर्क दें रहे हैं. होली की तारीख पर कन्फ्यूजन के बीच वाराणसी में दो दिन होली का त्योहार मनाया जाएगा. प्रशासन ने भी इसी लिहाज से तैयारी कर रही है.7 मार्च को शहरी इलाके शराब की दुकानें बंद रहेंगी तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों 8 मार्च को दुकानों को बंद रखने का आदेश वाराणसी के डीएम ने जारी किया है.
वाराणसी के डीएम एस राजलिंगम ने बताया कि 7 मार्च को काशी और वरुणा जोन (चोलापुर और चौबेपुर थाना) छोड़कर सभी तरह के शराब की दुकानें बंद रहेगी. वहीं 8 मार्च को गोमती जोन और वरुणा जोन के चौबेपुर और चोलापुर थाना क्षेत्र की दुकानें बंद होगी. आदेश का उलंधन करने वालो की कार्रवाई भी की जाएगी. बता दें कि इसके पहले 8 मार्च को वाराणसी में शराब की दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी हुआ था जिसे अब बदला गया है.
लोग भी कंफ्यूज
इतना ही नहीं कन्फ्यूजन के कारण लोग भी दो भाग में बंट गए है.कुछ जगहों पर 6 मार्च की रात में होलिका जलाई जा रही है तो वहीं कई जगहों पर 7 मार्च की रात को होलिका दहन का कार्यक्रम तय है.
विद्वानों के अपने-अपने तर्क
बीएचयू के ज्योतिष विभाग के प्रोफेसर विनय पांडेय का कहना है की वाराणसी में 7 मार्च और काशी छोड़ अन्य सभी जगहों पर 8 मार्च को होली का त्योहार मनाया जायेगा.सिर्फ विनय पांडेय नहीं बल्कि ज्योतिष के जाने माने नाम सुभाष पांडेय,स्वामी कन्हैया महाराज,पंडित संजय उपाध्याय का भी यही तर्क है और पीछे काशी से जुड़ी चौसठ्ठी देवी के यात्रा की परम्परा है.
लोकाचार के हिसाब से 8 मार्च को होली
इससे इतर काशी विद्वत कर्मकांड परिषद के अध्यक्ष अशोक द्विवेदी का कहना है कि देशाचार लोकाचार के हिसाब से 7 मार्च को होलिका का दहन होगा जबकि वाराणसी सहित सभी जगहों पर 8 मार्च को ही होली मनेगी.
इस समय लगेगी पूर्णिमा
पंचांग के मुताबिक, फाल्गुल शुक्ल पूर्णिमा 6 मार्च की शाम 4.18 मिनट से लगेगी जो 7 मार्च को शाम 5.30 पर समाप्त होगी.जिसके बाद चैत्र कृष्ण प्रतिपदा लगेगी. लेकिन शास्त्रीय विधान के हिसाब से प्रतिपदा तिथि का मान उदया तिथि में होता है लिहाजा चैत्र प्रतिपदा का मान 8 मार्च को होगा.
होलिका दहन की तिथि को लेकर मतभेद क्यों?
होलिक दहन के समय भद्रा काल जरुर देखा जाता है. कई जानकारों का मत है कि होलिका दहन भद्रा के पूर्णता समाप्त होने के बाद यानी 7 मार्च को करना शुभ होगा. वहीं कुछ का कहना है कि भद्रा के पुंछ काल होलिका दहन करने का शास्त्रीय विधान है. जो 6-7 मार्च की दरमियानी रात में रहेगा. भद्रा पुंछ में किए गए कामों में जीत प्राप्त होती है.
आपके शहर में होलिका दहन का मुहूर्त (Holika Dahan 2023 muhurat in different cities)
उज्जैन – 12.40 AM- 05.56 AM (6-7 मार्च की दरमियानी रात)
वाराणसी – 12.40 AM – 05.56 AM (6-7 मार्च की दरमियानी रात)
नई दिल्ली – 06.24 PM- 08.51 PM (7 मार्च 2023)
मुंबई – 06.46 PM – 08.52 PM (7 मार्च 2023)
जयपुर – 06.31 PM – 08.58 PM (7 मार्च 2023)
कोलकाता – 05.42 PM – 06.09 PM (7 मार्च 2023)
रांची – 05.54 PM – 06.09 PM (7 मार्च 2023)
भोपाल – 06.26 PM – 08.52 PM (7 मार्च 2023)
चंडीगढ़ – 06.25 PM – 08.53 PM (7 मार्च 2023)
रायपुर – 06.10 PM – 08.36 PM (7 मार्च 2023)
बेंगलुरू – 06.29 PM – 08.54 PM (7 मार्च 2023)
पटना – 05.54 PM – 06.09 PM (7 मार्च 2023)
अहमदाबाद – 06.45 PM – 09.11 PM (7 मार्च 2023)
हैदराबाद- 06.24 PM – 08.49 PM (7 मार्च 2023)