उज्जैन। देश के 11 राज्यों में विगत 15 वर्षों से शहीद सेवा का कार्य कर रहे शहीद समरसता मिशन ने अमर शहीदों के सम्मान में देश के 75 बडे़ शहरों में ‘शौर्यांजलि’ कार्यक्रम करना निर्धारित किया है, जिसकी शुरुआत महाकाल की चौखट से की गई।
उज्जैन महाकाल की नगरी सोमवार शाम अपने बलिदानी बेटों के सम्मान में सजी मिली। नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 126वीं जयंती पर शहीदों और उनके परिजनों के सम्मान में आयोजित ‘शौर्यांजलि’ समारोह में पूरा शहर उमड़ा। शहीद समरसता मिशन के आयोजित इस अभूतपूर्व समारोह में राजस्थान के सुप्रसिद्ध भजन सम्राट प्रकाश माली के देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति पर बड़ी संख्या में उपस्थित राष्ट्रप्रेमी झूमते नजर आए। मंच से 2 लाख 51 हजार रुपए की घोषणा सुखदेव सिंह घुम्मन ने शहीद गजेन्द्र सुर्वे के परिजनों को घर बनाने में सहयोग राशि भेट की। समरसता मिशन ने 20 लाख रुपए का मकान अगस्त तक बनकर देने का निर्णय लिया है। इसका भूमि पूजन सरस्वती नगर ढांचा भवन के पास 2 फरवरी बलिदान दिवस पर किया जायेगा।
देशभक्ति से ओत-प्रोत इस विरले कार्यक्रम में जब पहली बार उज्जैन संभाग के सभी शहीदों के परिवारों को एक मंच सम्मानित किया गया उस समय पंडाल में उपस्थित हर एक नागरिक इन शहीदों के बलिदान और उनके परिवारों के परम त्याग के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए गर्व और भावुकता से उठ खड़ा हुआ और दोनों हाथ उठाकर शहीदों के जयकारे लगाने लगा। शहीदों के प्रति सम्मान का यह दृश्य देखते ही शहीदों की वीरांगनाओं के आंखो में आसू आ गए।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जयंती पर अंडमान-निकोबार के 21 द्वीपों का शहीदों के नाम पर किए जाने को लेकर मिशन के संस्थापक मोहन नारायण ने केंद्र सरकार का आभार जताया। शौर्यांजलि समारोह में संभाग की 12 संस्थाओं को भी सम्मानित किया जो देश की सुरक्षा के लिए युवाओं को विभिन्न सेनाओं में जाने हेतु प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।
उज्जैन से मृदुभाषी प्रदेश के लिए अमृत बैंडवाल की रिपोर्ट।