कई प्रसिद्ध धर्मगुरुओं, बाबाओं का अपराध की काली दुनिया से नाता रहा है। तो कई ऐसे भी रहे जो दुनिया को सात्वित गुण अपनाने की सलाह देते रहे और खुद अय्याशी के राजा बन तामसी गुण भोगते रहे। कुछ दिनों पहले आचार्य प्रशांत की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई, जिससे उनके कुछ श्रद्धालुओं की भावना आहात हुई है।
आचार्य प्रशांत ने पहले आईआईटी की फिर आईआईएम करने के बाद सिविल सर्वेंट रहे। जिसके बाद उन्होंने वेदों का अध्यन किया और वेदांत के आचार्य बन गए। आचार्य प्रशांत सोशल मीडिया पर बेहद वायरल शख्सियत है, वो अपने तर्क से अच्छे अच्छों के तोते उड़ा देते हैं। उन्हें सुन कर कई लोग मोह माया से परे जाने का संकल्प ले चुके हैं। लेकिन हालही में वायरल हुई तस्वीरों के बाद आचार्य पप्रशांत खुद मोहमाया में लिप्त दिखाई दे रहे हैं। जिससे उनके काफी शिष्य आहात हुए हैं।
आचार्य प्रशांत एक वायरल तस्वीर में किसी महिला की सिगरेट जलाते हुए नज़र आ रहे हैं, वहीँ दूसरी तस्वीर में खुद भी धुएँ के गुलछर्ररे उड़ाते हुए दिखाई दे रहे हैं। आचार्य के ऐसे कई फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। एक तरफ जहाँ लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं, वहीं कई श्रदालुओं का यह भी कहना है कि आचार्य को बदनाम करने के लिए यह तस्वीरें एडिट की गई है।
क्या है आचार्य प्रशांत का सच ? यह तो वो खुद ही बता सकते हैं। हर मुद्दे पर बेबाक अपने विचार रखने वाले आचार्य फ़िलहाल इस मामले में चुप्पी साधे हैं। हो सकता है कि सच में किसी ने उन्हें बदमान करने की साजिश की है या फिर उन पर लगाए सारे आरोप सही हो ? हमने यहाँ पर सारी बातें सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस को मद्देनज़र रख कर की है। मृदुभाषी किसी भी बात का कोई दावा नहीं कर रहा है, लेकिन आपके हिस्से की जानकारी निष्पक्ष देना हमारा धर्म था। आप इस मामले में क्या विचार रखते हैं, नीचे कमेंट कर ज़रूर बताएं।