नई दिल्ली। मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल में कई अहम फैसले ले रही है। इन्हीं फैसलों में शुमार है कई इमारतों से लेकर जगहों के नाम में बदलाव। इसी कड़ी में अब मोदी सरकार ने नेहरू म्यूजियम का नाम बदलने का फैसला लिया है। इस संग्रहालय में अब तक के सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों की यादों को सहेजा जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी के संसदीय दल की बैठक में आज दो बड़े फैसले लिए गए। इसके तहत केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने नेहरू संग्रहालय का नाम बदलने का फैसला किया है।
नेहरू संग्रहालय अब पीएम म्यूजियम के नाम से जाना जाएगा। इस संग्रहालय में देश के सभी 14 पूर्व प्रधानमंत्रियों की यादों को सहेजा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंबेडकर जयंती यानी 14 अप्रैल को इसका उद्घाटन करेंगे। मिडिया सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान पीएम मोदी ने सभी सांसदों से कहा कि एनडीए सरकार ने 14 पूर्व प्रधानमंत्रियों के योगदान को स्वीकार करने के लिए यह कदम उठाए गए हैं।
इस दौरान पीएम ने यह भी कहा कि हम सभी पीएमस के योगदान को मान्यता देना चाहते हैं। प्रधानमंत्री संग्रहालय में सभी पूर्व प्रधानमंत्रियों के कार्यों को दिखाया गया है। वहीं इसी बैठक में पीएम मोदी ने सभी सांसदों से कहा कि वे 6 से 14 अप्रैल के बीच सांसद सामाजिक न्याय के लिए जगह-जगह बैठकें करें। बता दें कि इससे पहले 15 मार्च को भी भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई थी। इस बैठक में पीएम मोदी ने अपने सांसदों को राजनीति के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें बताई थीं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा था कि वंशवाद की राजनीति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है और इसके खिलाफ हमें लड़ना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी वजह से है कि कई सांसदों के बच्चों को हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में टिकट नहीं मिला। पीएम मोदी ने कहा कि वंशवाद की राजनीति से लड़ने के लिए भाजपा को संगठन के भीतर इस तरह की प्रथाओं पर लगाम लगानी होगी।