Sonia gandhi on Nari Shakti Vandan Adhiniyam: कांग्रेस नेता सोनिया गांधी आज लोकसभा में महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 पर पक्ष रखी। सोनिया(Sonia) ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की ओर से मैं नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 के समर्थन में हूं। यह मेरे जीवन का एक बेहद भावनात्मक क्षण है। मेरे जीवनसाथी राजीव गांधी ने पहली बार स्थानीय निकाय चुनाव में महिलाओं का प्रतिनिधित्व निर्धारित करने के लिए संवैधानिक संशोधन लाया था।
वहीं, डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि हम इस बिल का समर्थन करते हैं। हमने सोचा कि हम सभी एक-दूसरे का समर्थन करेंगे। विधेयक पारित करने के लिए साथ खड़े होंगे, लेकिन दुर्भाग्य से केंद्र सरकार ने बिल को राजनीतिक मौके के रूप में लिया है। महिला आरक्षण बिल भाजपा का सिर्फ चुनावी वादा है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद काकोली घोष ने कहा कि हम अधिनियम का समर्थन कर रहे हैं। आगे कहा कि पूदे देश में पश्चिम बंगाल एक मात्र राज्य है, जहां महिला मुख्यमंत्री हैं। 16 राज्यों में भाजपा की सरकार है, लेकिन एक भी महिला मुख्यमंत्री नहीं है। कहा-सिर्फ हमारी पार्टी की 40 फीसदी महिलाएं लोकसभा में सांसद हैं।
निशिकांत के खड़े होने पर विपक्ष का हंगामा
झारखंड की गोड्डा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने जब बोलना शुरू किए तो विपक्षी सांसद हंगामा करने लगे। इस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खड़े होकर पूछा-क्या महिलाओं की चिंता पुरुष नहीं कर सकते? इसके बाद निशिकांत ने विचार रखे और कहा कि कांग्रेस सरकार में महिला आरक्षण क्यों नहीं मिला? मुझे लगा आज सोनिया गांधी महिला आरक्षण बिल पर बात रख रही हैं तो वे राजनीति से ऊपर उठकर अपनी बात रखेंगी। मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन इसमें भी उन्होंने राजनीति कर दी। निशिकांत ने कहा कि महिला आरक्षण बिल के लिए सदन और सदन के बाहर पश्चिम बंगाल की गीता मुखर्जी और भाजपा की सुषमा स्वराज ने सबसे अधिक आवाज उठाई है।