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Shani Amavasya 2021: आज है शनि अमावस्या, शनि शांति के लिए करें यह उपाय

Shani Amavasya 2021: सनातन संस्कृति में अमावस्या तिथि का बड़ा महत्व है। इस तिथि को पितृों के निमित्त तर्पण और दान-पुण्य करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है। इसमें सोमवार, मंगलवार और शनिवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या विशेष पुण्यदायी हो जाती है। इस बार मार्गशीर्ष माह की अमावस्या शनिवार 4 दिसंबर को आ रही है।

शनि महाराज की कृपा होगी प्राप्त

शनिवार को आने वाली अमावस्या को शनैश्चरी अमावस्या या शनि अमावस्या कहा जाता है। इस दिन स्नान, दान और पूजा-पाठ और शनि के निमित्त पूजा-पाठ और दान कर्म का विशेष महत्व है। मान्यता है कि इस दिन किए गए दान का कई गुना फल मिलता है और अंत में स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इस दिन शनि शांति के किए गए उपायों से शनि महाराज की कृपा प्राप्त होती है। पंचाग के अनुसार मार्गशीर्ष माह की कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 3 दिसंबर को शाम 4 बजकर 55 मिनट से शुरू होकर, 4 दिसंबर दिन शनिवार को दोपहर 1 बजकर 12 मिनट तक है। इस तरह से शनैश्चरी अमावस्या 4 दिसंबर को मनाई जाएगी।

हनुमान आराधना से करें शनि को प्रसन्न

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें और शनि देव की विधि-विधान से पूजा करें। शनि शांति के लिए शनि देव का काले तिल मिश्रित सरसों के तेल से अभिषेक करें। पीपल के वृक्ष पर मीठा जल अर्पित करें। संघ्याकाल में पीपल के नीचे दीप जलाकर छायादान करें। काले कुत्ते, काली गाय या कौए को रोटी तेल लगाकर खिलाएं। गरीब जरूरतमंद को खाना खिलाएं और सरसों का तेल, काला कंबल, भोजन, छाता, उड़द की दाल, जूते-चप्पल आदि दान करें। शनि पीड़ा की शांति के लिए हनुमान आराधना करें और बजरंगबली की प्रतिमा के समक्ष चमेली के तेल का दीपक लगाकर हनुमान चालीसा, हनुमान अष्टक, बजरंग बाण, सुंदरकांड आदि का पाठ करें।

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