वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष पद के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अजय सिंह बंगा के नाम की घोषणा की है। अगर वर्ल्ड बैंक का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स उनके नाम पर मुहर लगाता है तो वे इस पर पहुंचने वाले पहले भारतीय-अमेरिकन और सिख-अमेरिकन होंगे।
नई दिल्ली। मास्टरकार्ड के पूर्व सीईओ अजय सिंह बंगा वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष होंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को यह घोषणा की। 63 साल के अजय सिंह बंगा इस पद पर नियुक्त होने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति हैं। बंगा अभी प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक के वाइस प्रेसिडेंट हैं। उन्हें बिजनेस में 30 साल से अधिक अनुभव है और वे मास्टरकार्ड में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। साथ ही वे अमेरिकन रेड क्रॉस, क्राफ्ट फूड्स और डाउ इंक के बोर्ड में रह चुके हैं। अगर वर्ल्ड बैंक का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स उनके नाम पर मुहर लगाता है तो वे इस पर पहुंचने वाले पहले भारतीय-अमेरिकन और सिख-अमेरिकन होंगे। अब तक इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड और वर्ल्ड बैंक में भारतीय मूल को कोई भी व्यक्ति इस पद पर नहीं पहुंचा है।
जो बाइडेन ने अजय को कहा बेजोड़
जो बाइडेन ने एक बयान में कहा कि इतिहास के इस अहम मौके पर अजय सिंह बंगा विश्व बैंक को लीड करने के लिए बेजोड़ व्यक्ति हैं। अजय अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ पार्टनरशिप फॉर सेंट्रल अमेरिका के को-चेयरमैन के रूप में काम कर चुके हैं। बाइडेन ने कहा कि बंगा के पास जलवायु परिवर्तन सहित दुनिया की कई अहम चुनौतियों का अच्छा खासा अनुभव है, जिन्हें देखते हुए अमेरिका ने उनका नाम नॉमिनेट करने का फैसला किया है।
फाइनल सिलेक्शन मई में
अमेरिका की वित्तमंत्री जेनेट येलन ने एक बयान में कहा कि बंगा का अनुभव वर्ल्ड बैंक के लक्ष्यों को हासिल में उनके काम आएगा। नियुक्ति की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई है लेकिन फाइनल सिलेक्शन मई के शुरुआत में होने की उम्मीद है। सबसे पहले बंगा का ही नॉमिनेशन पब्लिक किया गया है। हालांकि बैंक 29 मार्च तक दूसरे देशों के नॉमिनेशन को स्वीकार करेगा। जर्मनी ने हाल में कहा था कि इस पद पर किसी महिला की नियुक्ति होनी चाहिए। उसका कहना था कि बैंक के 77 साल के इतिहास में कोई महिला इस पद पर नहीं बैठी है।
पांच साल होगा कार्यकाल
परंपरागत रूप से अमेरिका जिस व्यक्ति को अध्यक्ष के रूप में नामित करता है बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स का बोर्ड उसी नाम को मंजूरी दे देता है। अध्यक्ष का कार्यकाल पांच साल होता है।
जून में पद छोड़ेंगे वर्तमान अध्यक्ष
वर्ल्ड बैंक में भारत सहित दुनिया के 189 देश सदस्य हैं। फिलहाल इसके चेयरमैन डेविड मालपास है, जिन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल में नियुक्त किया था। मालपास ने कुछ दिन पहले ही ऐलान किया था कि वे आगामी जून में समय से पहले ही अपने पद से हट जाएंगे। सामान्य तौर पर, मालपास का 5 साल का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म होता।
अमेरिका विश्व बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक
अमेरिका विश्व बैंक का सबसे बड़ा शेयरधारक है। इस लिहाज से अजय सिंह बंगा की नियुक्ति को जल्द ही विश्व बैंक के बोर्ड आॅफ डायरेक्टर्स से मंजूरी मिल सकती है, जो एक औपचारिक प्रक्रिया मात्र है। इस समय विश्व बैंक के चीफ इकोनॉमिस्ट का पद भी भारतीय नागरिक इंदरमीत गिल के पास है। इससे पहले कौशिक बसु चीफ इकोनॉमिस्ट रह चुके हैं।
गरीबी घटाने में काम आएगा अनुभव
ट्रेजरी सेक्रेटरी जेनेट येलन ने कहा कि अजय बंगा का अनुभव गरीबी को घटाने के वर्ल्ड बैंक के मकसद को हासिल करने में बेहद मददगार साबित होगा। वे संपन्नता को साझा करने के प्रयास में भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इसके साथ ही वर्ल्ड बैंक की साख को सुधारने में भी बंगा महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं। इसमें क्लाइमेट में हो रहे बदलावों के साथ ही प्रदूषण घटाने के महत्वकांक्षी लक्ष्य भी शामिल हैं।
2016 में पद्म श्री से नवाजा गया
अजय सिंह बंगा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र की डिग्री ली है। उन्हें 2016 में पद्म श्री से नवाजा गया था। बंगा 12 साल तक मास्टरकार्ड इंक का प्रमुख रहने के बाद दिसंबर 2021 में रिटायर हुए थे। उन्होंने 2025 तक एक अरब लोगों और पांच करोड़ माइक्रो और स्मॉल कंपनियों को डिजिटल इकॉनमी में लाने का लक्ष्य रखा था।
पुणे में हुआ था जन्म
बंगा का जन्म 10 नवंबर, 1959 को पुणे की खड़की छावनी में एक सिख परिवार में हुआ था। उनका परिवार मूल रूप से पंजाब के जालंधर का रहने वाला है। उनके पिता, हरभजन सिंह बंगा एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट-जनरल हैं। उन्होंने भारतीय सेना में सेवा की थी।