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अंबेडकर जयंती पर इंदौर के केंद्रीय जेल मे 21 कैदियों के अच्छे आचरण को देखते हुए रिहा किया

अंबेडकर जयंती पर इंदौर के केंद्रीय जेल मे 21 कैदियों के अच्छे आचरण को देखते हुए रिहा किया

मध्यप्रदेश के इंदौर मे कुछ ऐसा हुआ जो देश मे पहली बात देखने को मिला। पहले 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन बंदी कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया जाता था लेकिन पहली मर्तबा भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर सरकार ने कैदियों को रिहा करने का आदेश दिया है। यही वजह है कि इंदौर (indore) के केंद्रीय जेल में बंद 21 कैदियों के अच्छे आचरण को देखते हुए रिहा किया गया है।

अंबेडकर जयंती के शुभ अवसर पर रिहा किया

बतादे कि इंदौर में आज भीमराव अंबेडकर जयंती पर 21 कैदियों को रिहा करने का आदेश केंद्रीय जेल को दिया गया था। बताया जाता है कि सरकार ने इंदौर के साथ-साथ सभी केंद्रीय जेल को यह आदेश दिया है कि उन कैदियों की लिस्ट को चिन्हित किया जाए जिनके आचरण जेल के अंदर बेहतर थे ऐसे कैदियों को अंबेडकर जयंती के शुभ अवसर पर रिहा किया जाएगा । सरकार के आदेश आते हैं सभी जिलों में आज के दिन कैदियों को रिहा किया गया है ।

जेल में बंद 21 कैदियों को रिहा किया गया है

बताया जाता है कि मध्य प्रदेश सरकार ने पिछले कई दिनों पूर्व एक आदेश जारी किया था कि अंबेडकर जयंती पर जेल में बंद कैदियों को चिन्हित कर उनके आचरण के आधार पर रिहा किया जाए सरकार के आदेश के बाद उसी के चलते 14 अक्टूबर बाबा साहब अंबेडकर जयंती के मौके पर इंदौर की केंद्रीय जेल में बंद 21 कैदियों को रिहा किया गया है । बताया जाता है कि इंदौर के जेल से जिन 21 कैदियों को रिहा किया गया है उसमें से एक महिला कैदी ही है जिन्हें केंद्रीय जेल के द्वारा रिहा किया गया है।

गंभीर तरह के मामले दर्ज थे

जानकारी में यह भी बताया गया है कि इंदौर जेल जिन 21 कैदियों को रिहा किया गया है इन कैदियों के ऊपर हत्या सहित गंभीर तरह के मामले दर्ज थे फिर भी उनके आचरण को देखते हुए केंद्रीय जेल प्रबंधक ने सरकार को उनके आचरण से संबंधित एक फाइल भेजी थी। उचित फाइल के आधार पर जेल प्रबंधन ने रिहा करने का निर्णय लिया है।

5 लाख रुपए कैदियों को दिया गया है

कहा तो यह भी जा रहा है कि मध्य प्रदेश सरकार ने यह बड़ा निर्णय इस वजह से लिया है की आगामी विधानसभा चुनाव है जिसके चलते कैदियों पर सरकार ने नरमी दिखाते हुए वोट बैंक की राजनीति है। 21 कैदियों को रिहा करने के दौरान तकरीबन 5 लाख रुपए कैदियों को दिया गया है जो कैदी जेल के अंदर अलग-अलग तरीके से काम करते थे उनका मेहनताना दिया गया है। बाबा साहेब अंबेडकर जयंती के मौके पर रिहा किया गया है।

उज्जवल भविष्य की कामना की गई

बताया जाता है कि जब कैदियों को रिहा किया जा रहा था उस दौरान बंद कर दी जब बाहर निकल रहे थे तो जेल प्रबंधन के द्वारा रिहा कैदियों को शाल और श्रीफल भेंट करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई और रिहाई के दौरान उन्हें हिदायत भी दी गई कि आपके अच्छे आचरण के वजह से रिहा किया जा रहा है अब कुछ ऐसा गलत मत करना कि फिर से जेला ना पड़े सभी ने विधिवत कसम खाई कि अब कोई गलती नहीं होगी।

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