बड़ावदाडॉ प्रदीप बाफना – नगर में नाग पंचमी के अवसर पर नाग देवता के मंदिर पर भक्तो ने दूध एवम प्रशाद का भोग लगाया। प्रातः से ही दर्शन करने वालो की भीड़ लगी रही। दोपहर में पंडित पवन पौराणिक द्वारा मंदिर पर हवन की पूर्णाहूति करवाई गई। इसके पश्चात प्रसाद वितरित की गई। मौके पर मंदिर समिति के भुवान जी राठौड़, रामलाल खाटक, द्वारकादिश लड्ढा आदि धर्मालुजन मौजूद थे।
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Toggleनाग पंचमी का महत्व
नाग पंचमी के दिन नागों के देवता की पूजा की जाती है. मान्यता है कि ऐसा करने से सांपों से आपके परिवार की रक्षा होगी. इसके साथ ही आपकी कुंडली के दोष दूर हो जाएंगे. इस दिन को लेकर ऐसी मान्यता है कि अगर कोई इस दिन पूरे विधि-विधान से पूजा करता है तो उसके कुंडली के सर्प दोष खत्म हो जाएंगे.
कैसे की जाती है पूजा
नाग पंचमी के दिन सांप को दूध अर्पित किया जाती है.