MP Weather 10 दिन तक बारिश के कोई आसार नहीं
MP Weather: मध्य प्रदेश में दूसरी बार मानसून पर ब्रेक लग गया है। अगले एक सप्ताह तक तेज बारिश की संभावना नहीं है। इस कारण किसानों की चिंता भी बढ़ गई है। बारिश न होने से धान और सोयाबीन की फसलों पर संकट मंडराने लगा है। IMD मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों का कहना है कि हिमालय की तलहटी में मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर पहुंच गया है। वहीं, उसका पूर्वी छोर गोरखपुर, दरभंगा से होकर गुजर रहा है। बांग्लादेश में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना है। पाकिस्तान और उससे लगे पंजाब पर एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बनी है।
MP Weather: इन मौसम प्रणालियों का मध्य प्रदेश में कोई असर नहीं है। इस कारण यहां मानसून शिथिल है। पूरे प्रदेश में बारिश का दौर थम-सा गया है। हालांकि रविवार की सुबह 8:30 से शाम 5:30 बजे तक रायसेन में चार मिलीमीटर, भोपाल में 2.2 मिलीमीटर, सागर में दो मिलीमीटर, पचमढ़ी में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई है। बारिश नहीं होने एवं बादलों के छंटने से दिन के तापमान में बढ़ोतरी होने लगी है। कुछ उसम भी बढ़ने लगी है।
MP में ओवरऑल 9 प्रतिशत कम बारिश
MP Weather: मध्य प्रदेश में औसत 25.99 इंच बारिश दर्ज की गई है। जबकि, 28.62 इंच बारिश होनी थी। इस हिसाब से प्रदेश में ओवरऑल बारिश 9 प्रतिशत कम हुई है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में औसत से 6% कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 12% कम बारिश दर्ज हुई है। प्रदेश में नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा बारिश हुई है। यहां 41 इंच से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है। सिवनी में 37.53 इंच, मंडला-जबलपुर में 35, डिंडोरी में 34 से ज्यादा बारिश हुई है। इंदौर, अनूपपुर, बालाघाट, छिंदवाड़ा, पन्ना, सागर, शहडोल, उमरिया, रायसेन और नर्मदापुरम में 28 इंच या इससे ज्यादा बारिश दर्ज हुई है।
यहां हुई है कम बारिश
MP Weather: खरगोन, मंदसौर, बड़वानी, ग्वालियर में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। इन जिलों में 20 इंच से कम बारिश रिकॉर्ड हुई है।