MP Weather:प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में मानसूनी एक्टिविटी बढ़ी है।
MP Weather Alert: मध्य प्रदेश में अगले दो से तीन दिनों तक भारी बारिश होने वाली है। प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में मानसूनी एक्टिविटी बढ़ी है। इस कारण एक बार फिर तेज बारिश होने वाली है। सीनियर मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के मुताबिक इस समय ओडिशा और आंध्र प्रदेश के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है।
MP Weather: चार दिन बाद प्रदेश में बारिश की एक्टिविटी कम हो जाएगी। बता दें प्रदेश में एक जून से लेकर अब तक ओवरऑल सामान्य से 5 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 7 प्रतिशत कम और पश्चिमी हिस्से में 16 प्रतिशत अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है।
MP Weather: वहीं, शनिवार को भी राजधानी भोपाल समेत कई शहरों में अच्छी बारिश हुई। सीधी और दमोह में 9 घंटे में आधा इंच से अधिक बारिश हुई है। सागर, उमरिया, जबलपुर, मलाजखंड, उज्जैन में खूब बारिश हुई। शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना इलाके में बनास नदी उफान पर है। नदी किनारे पिकनिक मनाने आए 6 दोस्त नदी के तेज बहाव में बहने लगे थे। इनमें से 3 युवकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, जबकि तीन नदी की तेज धार में लापता हैं। लापता युवकों की खोज के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई है। सभी युवक ब्यौहारी के रहने वाले हैं।
प्रदेश में अगले 24 घंटे में बारिश का पूर्वानुमान
MP Weather: IMD मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक रविवार को सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, सिवनी, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं, 31 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। इनमें भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुर शामिल हैं।
ताप्ती नदी का लगातार बढ़ रहा जल स्तर
बैतूल में पारसडोह डैम से पानी छोड़ने के कारण बुरहानपुर में ताप्ती नदी का जल स्तर बढ़ रहा है। लाल देवल मंदिर तक पानी पहुंच चुका है। इस सीजन में दूसरी बार ताप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बैतूल के पारसडोह डैम के दो गेट खुले हैं। मुलताई और पट्टन में भी अच्छी बारिश हो रही है। इससे ताप्ती की सहायक नदी वर्धा भी उफनाई हुई है। ताप्ती का खतरे का निशान 220.800 मीटर है। फिलहाल खतरे के निशान के कुछ नीचे नदी बह रही है