Manipur Violence Update: Manipur में हिंसा थम नहीं रही है। 3 मई से शुरू हुई हिंसा बढ़ती जा रही है। इसको लेकर रिटायर्ड लेफ्टिनेंस जनरल एल निशिकांत सिंह ने ट्वीट किया है- मैं मणिपुर का साधारण भारतीय हूं। सेवानिवृत्त जीवन जी रहा हूं। अब राज्य स्टेटलेस है। जिंदगी और संपत्ति कोई भी-कभी भी खत्म कर सकता है। जैसे-लीबिया, लेबनान, नाइजीरिया और सीरिया में होता है।
आगे लिखा-लग रहा है जैसे मणिपुर को अपनी ही आग में उबलने के लिए छोड़ दिया गया है। क्या कोई सुन रहा है? यह ट्वीट गुरुवार को किया था। इसके जवाब में पूर्व आर्मी चीफ वीपी मलिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मणिपुर हिंसा पर दखल देने की अपील की।
Manipur सरकार के टॉप लेवल तुरंत दें ध्यान
वीपी मलिक ने कहा है कि एक सैन्य अधिकारी का ऐसी बात कहना दुखद है। प्रदेश के हालात पर सरकार के टॉप लेवल को तुरंत ध्यान देना चाहिए। मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच आरक्षण को लेकर जारी हिंसा में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई है। इंटेलिजेंस का दावा है कि पुलिस की वर्दी में कुछ लोग प्रदेश में घुस सकते हैं। इन लोगों ने वर्दी सिलने का ऑर्डर एक दर्जी का दिया है।