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हिंसा प्रभावित मणिपुर में सेना ने रात के ऑपरेशन में ‘7,500’ लोगों को बचाया, पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं बंध, देखे Video

हिंसा प्रभावित मणिपुर में सेना ने रात के ऑपरेशन में '7,500' लोगों को बचाया, पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं बंध, देखे Video

अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में बहुसंख्यक मेइती समुदाय को शामिल करने के खिलाफ संघर्ष और आगजनी के बाद भारतीय सेना और असम राइफल के जवानों ने हिंसा प्रभावित मणिपुर से 7,500 से अधिक नागरिकों को निकाला। रात भर राहत और बचाव कार्य जारी रहा। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए फ्लैग मार्च भी किया गया।

‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान बुधवार को हिंसा भड़क गई

इंफाल घाटी में वर्चस्व रखने वाले गैर-आदिवासी मीटियों की अनुसूचित जनजाति (एसटी) की मांग के विरोध में चुराचांदपुर जिले के तोरबंग इलाके में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा बुलाए गए ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के दौरान बुधवार को हिंसा भड़क गई। दर्जा। रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया, जिस दौरान आदिवासियों और गैर-आदिवासियों के बीच झड़पें हुईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे।

हिंसा प्रभावित मणिपुर में सेना ने रात के ऑपरेशन में ‘7,500’ लोगों को बचाया, पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं बंध, देखे Video

मेइती को अधिकांश आरक्षण मिलेगा।

मेइती मणिपुर की आबादी का लगभग 53% हिस्सा हैं और इंफाल घाटी में केंद्रित हैं। उनके एसटी दर्जे के विरोधियों का कहना है कि यह उन्हें सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश से वंचित कर देगा। उनका कहना है कि मेइती को अधिकांश आरक्षण मिलेगा। आदिवासी राज्य की आबादी का लगभग 40% हिस्सा हैं और इसमें नागा और कुकी समुदाय शामिल हैं। जैसे ही हिंसा भड़की और आगजनी की घटनाएं हुईं, पूरे राज्य में पांच दिनों के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया।

पूर्वोत्तर राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित

आदिवासी आंदोलन के दौरान हिसा को लेकर मणिपुर के आठ जिलों में बुधवार को कर्फ्यू लगा दिया गया और पूरे पूर्वोत्तर राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं. मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन द्वारा आहूत ‘आदिवासी एकता मार्च’ में हिंसा भड़क गई थी.

असम रायफल्स के जवान तैनात

गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से राज्य में हुई हिंसा पर बातचीत की, केन्द्र वहां हालात पर नजर रख रहा है. इस संबंध में एक अधिकारी ने जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा से निपटने के लिए सेना, असम रायफल्स के जवानों को तैनात किया गया. हिंसा प्रभावित राज्य में तैनाती के लिए त्वरित कार्य बल के जवानों को वायु सेना के विशेष विमान से मणिपुर भेजा गया..

मैरी कॉम ने पीएम मोदी से मांगी मदद

भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है. मैरी कॉम ने देर रात करीब पौने तीन बजे अपने ट्विटर वॉल पर लि कि मेरा राज्य मणिपुर जल रहा है. कृपया मदद कीजिए… उन्होंने इस ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री कार्यालय, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को टैग करते हुए मणिपुर में आगजनी की फोटो शेयर की हैं.

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