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अमझेरा क्षेत्र से सटे भेरूघाट के जंगल में आदमखोर का आतंक, दो साल में छह मासूमों की जान गई

धार। धार जिले के अमझेरा क्षेत्र से सटे भेरूघाट के जंगल में तेंदुए का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां इस क्षेत्र में 39 दिन में तेंदुए ने दो बच्चों की जान ले ली। सोमवार को तेंदुए ने 10 साल के संदीप पिता राजू भील पर हमला कर दिया। बच्चा दोस्तों के साथ भेरूघाट जंगल में मवेशी चराने गया था, जहां झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने उसे दबोच लिया। तेंदुए को देख दूसरे साथी जान बचाकर भागे और ग्रामीणों को सूचना दी। जब तक लोग उसे बचाने पहुंचे तेंदुए ने उसकी जान ले ली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव को जिला अस्पताल पहुंचाया।

संदीप करीब 12 बजे होली बयड़ा क्षेत्र में झाड़ियों के बीच मवेशियों को देख रहा था। इसी दौरान झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने संदीप पर हमला कर दिया। तेंदुए को देख उसके साथी चीखते हुए गांव की ओर जान बचाकर भागे। बच्चों की सूचना पर परिजन तत्काल उसे बचाने जंगल में पहुंचे, जहां संदीप की क्षत-विक्षत लाश मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।

राखी के लिए मामा के घर गया था

प्राप्त जानकारी अनुसार अमझेरा के इंदिरा कालोनी का रहवासी 10 वर्षीय संदीप पुत्र राजू डामोर माता सेलकु बाई के साथ अपने मामा कमल मेड़ा के घर ग्राम कड़दा में राखी का त्योहार मनाने के लिए गया था। सोमवार को वह अपने मामा की लड़की रंजना के साथ मवेशी चराने के लिए जंगल में चला गया। वहां झाड़ियों में छिपकर बैठा तेंदुए ने अचानक से संदीप पर झपटा मारकर उसे दबोच लिया और उसे मौत के घाट उतार दिया।

दो बार शव लेने पहुंचा तेंदुआ

मौके पर पहुंचे लोगों ने बताया कि संदीप के शिकार के बाद तेंदुआ वहां से भाग गया। कुछ देर बाद वह वापस शव के पास आया और शव को लेकर जाने की कोशिश की। तेंदुए पर एक युवक की नजर पड़ी तो उसने शोर मचाया। शोर सुन वह झाड़ियों में छिप गया। कुछ देर बाद फिर से उसने शव को लेकर जाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीणों के शोर मचाने और पत्थर मारने पर उसने खाई की ओर छलांग लगा दी।

बढ़ती जा रही घटनाएं

भेरूघाट का करीब 10 किमी का क्षेत्र बहुत घना है। यहां पर कई प्रकार के जानवर रहते हैं। पिछले दो साल में इसी क्षेत्र में तेंदुए ने छह मासूमों की जान ली है। ये सभी 15 साल से कम उम्र के थे। 39 दिन पहले हाथीपावा वन क्षेत्र में भी 8 साल के अनिल को सोते समय तेंदुआ पलंग से उठाकर ले गया था। अब तक नयापुरा, धौला हनुमान, हाथीपावा और केशवी गांव के बच्चे जान गवां चुके हैं।

पिंजरे और कैमरे लगाए

तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे एवं कैमरे लगाने की कवायद की जा रही है। बालक का अमझेरा के हास्पिटल में पीएम कर शव स्वजनों को सौंप दिया गया। वन विभाग की टीम में अमझेरा रेंज अधिकारी प्रांजय श्रीवास्तव, डीप्टी रेंजर जीराबाद इकबाल बेग, बीटगार्ड कलम सिंह बघेल, रेंजर अधिकारी सरदारपुर महेश अहिरवार आदि मौजूद थे।

इंदौर से टीम बुलाई

डीएफओ अक्षय राठौर ने बताया कि कड़दा के समीप होलीबयडा क्षेत्र में संदीप पर हमला हुआ है। सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंच गई थी। तेंदुए को पकड़ने के लिए इंदौर से टीम बुलाई गई है।

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