Mradhubhashi
Search
Close this search box.

इजराइल के पीएम बेनेट ने पीएम मोदी से कहा,’ इजराइल में आप बहुत लोकप्रिय हैं, मेरी पार्टी में शामिल हो जाइए’

ग्लास्गो: देश-विदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता काफी ज्यादा है और उनको विदेशी मंचों पर भी काफी तवज्जों मिलती है। इसका एक ताजा उदाहरण उस वक्त देखने को मिला जब इजराइल के प्रधानमंत्री से उन्होंने पहली मुलाकात की। प्राइम मिनिस्टर नफ्ताली बेनेट ने पीएम मोदी से कहा कि आप हमारे देश में बहुत लोकप्रिय है इसलिए इजराइल आइए और मेरी पार्टी में शामिल हो जाइए।

मुलाकात में दिखी गर्मजोशी

इजराइल में सत्ता परिवर्तन के बाद से दोनों देशों के प्रमुख इस मुलाकात का इंतजार कर रहे थे जब मुलाकात हुई तो काफी गर्मजोशी दिखाई दी। इस मुलाकात का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पीएम बेनेट पीएम मोदी से कह रहे हैं कि आप हमारे देश में बेहद पॉपुलर हैं। इजराइल आइए और मेरी पार्टी में शामिल हो जाइए। इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच व्यक्तिगत रिश्ते काफी अच्छे थे। वहीं बेनेट की पार्टी की पहचान एक कट्टरपंथी पार्टी की है।

टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर हुई बात

इजराइल के प्रमुख समाचार पत्र टाइम्स ऑफ इजराइल ने दोनों राष्ट्रप्रमुखों की मुलाकात पर एक स्पेशल रिपोर्ट प्रकाशित की है। संभावना जताई जा रही है कि पीएम बेनेट दिसंबर में भारत के दौरे पर आ सकते हैं।स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में UN COP26 क्लाइमेट समिट के दौरान दोनों राष्ट्रप्रमुखों के बीच अभिवादन हुआ था। इसके बाद मंगलवार को प्राइम मिनिस्टर नफ्ताली बेनेट प्रधानमंत्री मोदी के होटल पहुंचे और दोनों नेताओं ने लंबी बातचीत की। इस बातचीत में हाई टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर विस्तार से चर्चा की गई। मुलाकात के बाद बेनेट ने कहा कि हम मोदी से काफी कुछ सीख सकते हैं और सीख भी रहे हैं। मैं चाहता हूं कि हमारे पिछले प्रधानमंत्री ने जो रास्ता अपनाया था, हमें उस पर और आगे चलना है। दोनों देशों को साथ चलने की जरूरत है।

रिश्तों की मजबूती पर हुई बात

इससे पहले बेनेट ने इजराइली मीडिया से कहा कि नरेंद्र मोदी वह व्यक्ति हैं जिन्होंने भारत और इजराइल के बीच मजबूत रिश्तों की शुरुआत की है। दोनों देश की संस्कृति और विरासत काफी प्राचीन है। हम चाहते हैं कि यह रिश्ते अब और मजूबत हों। दोनों देश विकास के रास्ते पर मजबूती से चलने को तैयार हैं।

ग्लासगो में कॉप 26 में एक्सलरेटिंग क्लीन टेक्नोलॉजी इनोवेशन एंड डेवलपमेंट पर आयोजित कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि जीवाश्म ईंधन के उपयोग ने कुछ देशों को समृद्ध तो बनाया लेकिन इसने पृथ्वी और पर्यावरण को खराब बना दिया है। जीवाश्म ईंधन की रेस ने भी भू-राजनीतिक तनाव पैदा किया।

उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा पूरी तरह से स्वच्छ और टिकाऊ है। चुनौती यह है कि यह ऊर्जा केवल दिन के समय उपलब्ध होती है और मौसम पर निर्भर करती है। वन सन, वन वर्ल्ड एंड वन ग्रिड इस समस्या का समाधान है। विश्वव्यापी ग्रिड के माध्यम से, स्वच्छ ऊर्जा को कहीं भी और कभी भी प्रेषित किया जा सकता है। वन सन वन वर्ल्ड को महत्व देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वन सन, वन वर्ल्ड एंड वन ग्रिड न केवल भंडारण की जरूरतों को कम करेगा बल्कि सौर परियोजनाओं की व्यवहार्यता को भी बढ़ाएगा। यह रचनात्मक पहल न केवल कार्बन फुटप्रिंट्स और ऊर्जा लागत को कम करेगी बल्कि कई देशों और क्षेत्रों के बीच सहयोग के लिए एक नया रास्ता खोलेगी।

जलवायु परिवर्तन बड़ा खतरा

प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ दशकों ने साबित कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रकोप से कोई भी अछूता नहीं है। चाहे वे विकसित देश हों या प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर देश, यह सभी के लिए एक बड़ा खतरा है। छोटे विकासशील द्वीप देशों या एसआईडीएस को जलवायु परिवर्तन के सबसे बड़े खतरे का सामना करना पड़ता है। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो अपने उपग्रह के माध्यम से उनके लिए एक विशेष डेटा विंडो बनाएगी ताकि उन्हें चक्रवातों, कोरल-रीफ निगरानी, तटीय निगरानी आदि के बारे में समय पर जानकारी मिल सके। आईआरआईएस में भारत व ब्रिटेन साझेदार हैं। 

ये भी पढ़ें...
क्रिकेट लाइव स्कोर
स्टॉक मार्केट