रीवा के तेज गेंदबाज़ कुलदीप सेन भारतीय क्रिकेट टीम के लिए चुने गए हैं। वे न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ एक दिवसीय मैच खेलेंगे जिले के हरिहरपुर गांव निवासी कुलदीप सेन ने 13 वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया और 26वें वर्ष में उनकी मेहनत रंग लाई। कुलदीप इन दिनों बेंगलुरू में हैं। 2 दिन पूर्व ही वहां बुलाया गया था। वहां से उन्होंने सोमवार को टीम में चयन की जानकारी अपने छोटे भाई राजदीप को दी। खबर आते ही परिवार में खुशियां छा गई। आइये जानते हैं सकारात्मकता से भरी हुई कुलदीप के स्ट्रगल की कहानी।
कुलदीप सेन का जन्म 28 अक्टूबर 1996 को रीवा शहर के समीपी ग्राम हरिहरपुर में हुआ था। पिता रामपाल की सैलून शॉप है। तीन भाइयों में सबसे बड़े कुलदीप क्रिकेटर हैं। IPL के कई मैचों में कुलदीप ने 149 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बॉलिंग कर चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 में कुलदीप एक साल के लिए डिप्रेशन में चले गए थे। कुलदीप इसके पहले जिला, डिवीजन और अंडर 19 खेल चुके थे। उनका अंडर 23 में चयन नहीं हुआ। इसके बाद भाई मानसिक रूप से बीमार हो गए। उनकी यह हालत देखकर कुलदीप के पिता डर गए थे। कुलदीप के भाई के अनुसार उन्हें कई बार रात में रात में सोने के लिए दवा तक लेनी पड़ती थी।
लेकिन जब कुलदीप ने क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करना शुरू किया तो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। कुलदीप ने विजय हरारे ट्रॉफी में 5 वनडे मैचों में 4 विकेट, रणजी ट्रॉफी के 16 मैच में 44 विकेट, टी 20 के 25 मैच में 24 विकेट लेकर सिलेक्टर्स का ध्यान खींचा है। जनवरी 2022 की शुरुआत में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में कुलदीप ने अच्छा प्रदर्शन किया। उसने 5 मैच में करीब 16 विकेट लिए थे।
तेज गेंदबाज कुलदीप का दो माह पहले 27 अगस्त से 11 सितंबर के बीच दुबई में खेले गए एशिया कप के लिए चयन हो चुका है। हालांकि उनको खेलने का अवसर नहीं मिला था। तब इंडियन क्रिकेट में 18 सदस्यीय टीम में जगह दी गई थी। ब्यूरो रिपोर्ट मृदुभाषी प्रदेश।