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इमरान खान को देना होगा प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा ?

पाकिस्तान (Pakistan) में चल रही राजनीतिक अशांति (Pakistan Political Turmoil) के बीच सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार के संस्थापक सदस्य नजीब हारून (Najeeb Haroon) ने कहा कि उथल-पुथल को खत्म करने का एकमात्र तरीका प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का इस्तीफा है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में इसकी जानकारी दी गई है. जियो न्यूज प्रोग्राम में हारून ने कहा, ‘पीएम (इमरान खान) को इस्तीफा देना चाहिए और पार्टी के किसी अन्य सदस्य को प्रधानमंत्री बनने के लिए आगे लाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘आगे बढ़ने और इस संकट को समाप्त करने का यही एकमात्र तरीका है.’

10 मार्च को पुलिस ने इस्लामाबाद में सांसदों के अपार्टमेंट पर धावा बोल दिया

पाकिस्तान के संविधान के तहत, यदि नेशनल असेंबली के अधिकांश सदस्य अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान करते हैं, तो इमरान खान को प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देना होगा। सरकार ने 28 मार्च को वोटिंग का ऐलान किया है। इससे पहले 10 मार्च को पुलिस ने इस्लामाबाद में सांसदों के अपार्टमेंट पर धावा बोल दिया और कई अन्य विपक्षी कार्यकर्ताओं के साथ दो विपक्षी सांसदों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने आरोप लगाया कि विपक्षी जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम एफ (जेयूआई-एफ) के स्वयंसेवकों ने बिना अनुमति के अपार्टमेंट में प्रवेश किया था। सभी को घंटों के भीतर रिहा कर दिया गया। इस घटना के चार दिन बाद संघीय मंत्री गुलाम सरवर खान ने “एक आत्मघाती हमले में विपक्ष को उड़ा देने” की धमकी दी। प्रधानमंत्री के विशेष सहायक शाहबाज गिल ने कहा कि गद्दारों (सरकार के खिलाफ वोट करने वाले सत्तारूढ़ तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के सांसदों) की तस्वीरें शहरों में प्रदर्शित किया जाएगा ताकि लोग उन्हें पहचान सकें।

हिंसक टकराव को लेकर एक मंच तैयार हो गया है

पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि समर्थक मतदान के दिन इस्लामाबाद आएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि जो कोई भी इमरान खान के खिलाफ मतदान करना चाहते हैं उन्हें संसद भवन के अंदर और बाहर प्रदर्शन का सामना करने पड़ेगा। इसके जवाब में विपक्षी पार्टी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक एलायंस (पीडीएम) ने अपने समर्थकों से भी इस्लामाबाद में इकट्ठा होने का आह्वान किया है। इसके बाद हिंसक टकराव को लेकर एक मंच तैयार हो गया है। ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) के अनुसार, सरकार की जिम्मेदारी है कि वह संविधान को बनाए रखे और अविश्वास प्रस्ताव पर धमकी या हिंसा के बिना मतदान की अनुमति दे। राइट्स वॉचडॉग ने कहा, “सरकार और विपक्ष दोनों को अपने समर्थकों को एक कड़ा संदेश देना चाहिए कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित न करें या डराने-धमकाने या अन्य आपराधिक कृत्यों के माध्यम से वोट को प्रभावित न करें।”

अविश्वास प्रस्ताव के दिन पाकिस्तान में हिंसा के आसार

पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को नेशनल असेंबली में पेश नहीं करने पर निचले सदन में बैठने और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के शिखर सम्मेलन को बाधित करने की धमकी दी है। आपको बता दें कि सोमवार को संकल्प पेश करने की अंतिम तिथि है। यदि विपक्ष धरना देता है तो उसी दिन होने वाले इस्लामिक सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में बाधा उत्पन्न होगी। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने शनिवार को कहा कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में एनए अध्यक्ष द्वारा संविधान, कानून और सदन के नियमों के खिलाफ जाने के इरादे की रिपोर्ट मिल रही थी। डॉन ने इसकी जानकारी दी है।

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