Vision Loss Due to Smart Phone: हम जैसी दिनचर्या जीते हैं, वैसी ही हमारी हेल्थ भी रहती है। अगर कोई व्यक्ति हेल्दी लाइफस्टाइल रूटीन को फॉलो करता है, तो वह हमेशा फिट और हेल्दी रह सकता है। इसलिए सेहतमंद रहने के लिए अच्छा खाना खाने, एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है। साथ ही अच्छी आदतों का पालन करने के लिए भी कहा जाता है। लेकिन कई लोग ऐसे हैं, जो कुछ खराब आदतों को छोड़ नहीं पाते हैं और फिर उन्हें इससे होने वाले नुकसानों का सामना करना पड़ता है।
आजकल के डिजिटल युग में लोगों की एक सबसे खराब आदत है घंटों फोन पर लगे रहना। वे फोन पर कुछ न कुछ स्क्रॉल करते रहते हैं, जिसका असर उनकी हेल्थ और आंखों पर बुरी तरह से पड़ता है। ऐसा ही हैदराबाद की रहने वाली एक महिला के साथ हुआ, जिन्होंने फोन पर रोजाना कई घंटे बिताने के बाद अपनी आंखों की रोशनी खो दी। इसकी जानकारी हैदराबाद के अपोलो हॉस्पिटल के न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर सुधीर कुमार से हाल ही में ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करके दी।
डॉक्टर सुधीर ने बताया कि उन्होंने मंजू को कोई दवा नहीं दी बल्कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल कम करने की सलाह दी। मंजू ने कहा कि वह फोन का इस्तेमाल कम करने के बजाय सिर्फ तब ही देखेंगी जब जरूरी होगा। बताया कि वह फोन मनोरंजन के लिए ही इस्तेमाल करती थीं। एक महीने के रिव्यू के बाद मंजू एकदम ठीक हो गईं। 18 महीने से जो उनकी नजर कमजोर थी वो ठीक हो गई। अब उनकी आईसाइट ठीक थी। कोई फ्लोटर्स और चमकीली रोशनी नहीं दिख रही थी। रात में उनकी अंधेरा छाने वाली समस्या भी खत्म हो गई।
डॉक्टर आगे लिखते हैं, जब मैंने हिस्ट्री चेक की तो पता चला कि लक्षण तब शुरू हुए जब उन्होंने स्पेशली एबल्ड चाइल्ड की देख-रेख के लिए ब्यूटीशियन की जॉब छोड़ दी। उन्हें कई घंटों तक फोन स्क्रॉल करने की आदत पड़ गई थी। इसमें 2 घंटे वो भी शामिल थे जब वह लाइट बंद करके फोन देखती रहती थीं। डॉक्टर ने बताया कि उन्हें स्मार्ट फोन विजन सिंड्रोम की समस्या निकली। कंप्यूटर, स्मार्टफोन या टैबलेट के लंबे वक्त तक इस्तेमाल से आंखों से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं।
डॉक्टर ने दी यह सलाह
स्क्रीन और डिजिटल डिवाइस लंबे वक्त तक न देखें। इससे आंखों से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। हर 20 मिनट पर 20 सेकेंड्स का ब्रेक लें। स्क्रीन पर काम करते वक्त 20 फीट की दूरी पर देखें। अगर बैठकर काम करते हैं तो बीच-बीच में ब्रेक लेना बहुत जरूरी है।