पटना। इंसानी जिंदगी में कई बार ऐसे मोड़ भी आते हैं जब वह वह जीतकर भी सबकुछ हार जाता है। ऐसा ही दिल को झकझोर देने वाला हादसा बिहार के अविनाश के साथ हुआ। अविनाश बिहार लोक सेवा आयोग की प्रतिष्ठित बीपीएससी में तो चयनित हो गए, लेकिन कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए।
भोजपुर के रहने वाले थे अविनाश
बीपीएससी में सिलेक्शन होना हर किसी के लिए बड़े गर्व की बात होती है। अफसर का रुतबा हासिल होने के साथ उस शख्स की जिंदगी में चार चांद लग जाते है। ऐसा ही कुछ हुआ भोजपुर के रहने वाले अविनाश के साथ। बुधवार को बिहार लोक सेवा आयोग ने 65वीं मेंस परीक्षा का परिणाम घोषित किया। 1100 से अधिक अभ्यर्थियों को इसमें सफलता मिली और उनके घरों पर जश्न का माहौल रहा। अविनाश को भी इसमें कामयाबी मिली, लेकिन वह अपनी सफलता को देखने के लिए अब इस दुनिया में नहीं हैं।
कोरोना से हुई अविनाश की मौत
जैसे ही बीपीएससी मेंस का नतीजा घोषित हुआ अविनाश के घरवालों का दुख और बढ़ गया। परीक्षा का रिजल्ट आने के आठ दिन पहले अविनाश ने इस दुनिया को अलविदा कर दिया था। कोरोना के चलते वह एक महीने तक मौत से जंग लड़ रहे थे। अविनाश 24 जून को जिंदगी की जंग हार गए थे। अविनाश भोजपुर जिले के पीरो अनुमंडल के बैसाडीह गांव के रहने वाले थे। अविनाश के पिता विजय शंकर उपाध्याय का कहना है कि बेटे को समाजसेवा का जुनून था इसलिए वह इस फिल्ड में जाना चाहता था।
इंजीनियरिंग में रहे थे टॉपर
इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद अविनाश ने एक अच्छी कंपनी का ऑफर अस्वीकार कर दिया था और सिविल सर्विसेज की तैयारी का रास्ता चुना था। इंजीनियरिंग की परीक्षा में भी वह सेकेंड टॉपर थे और बीपीएससी परीक्षा में भी कामयाबी हासिल कर ली थी। परीक्षा की तैयारी के दौरान ही वह कोरोना की चपेट में आ गए थे। करीब एक महीने तक वह इस जानलेवा वायरस से जूझते रहे और अंतत: 24 जून को दम तोड़ दिया।