बारामूला। कांग्रेस छोड़कर अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान करने वाले गुलाम नबी आजाद ने रविवार को बारामूला की रैली में जो कहा वह उनके स्टैंड से अलग रुख था। आर्टिकल 370 को लेकर जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व सीएम में जुबानी जंग शुरू हो गई है। कांग्रेस छोड़कर नई पार्टी बनाने का ऐलान करने वाले गुलाम नबी आजाद ने रविवार को कहा था- कश्मीरियों को आर्टिकल- 370 की बहाली के सपने नहीं देखने चाहिए। इस पर पलटवार करते हुए पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा- हमारी सोच सकारात्मक है, आर्टिकल 370 को बहुत जल्दी बहाल किया जाएगा।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आर्टिकल 370 पर आजाद की राय निजी राय है। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 को हटाने से कश्मीर समस्या का समाधान नहीं हुआ, बल्कि इसने इसे और जटिल बना दिया। जब यह दुविधा थी कि हम अंग्रेजों के खिलाफ नहीं लड़ सकते, तब जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, सर सैयद खान, सुभाष चंद्र बोस और शहीद भगत सिंह ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और वे जीते भी। इसी तरह हम भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे और भाजपा की ओर से की गईं ज्यादतियों को खत्म करेंगे। हमारी सोच सकारात्मक है।
महबूबा ने कहा, ह्यक्या हमारे दिमाग में कभी यह आया कि लाल कृष्ण आडवाणी जेल में बंद नेता यासीन मलिक से हाथ मिलाएंगे, मोदी जी नवाज शरीफ की पोती की शादी में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाएंगे? इसी तरह, धारा 370 को बहाल किया जाएगा। रविवार को बारामुला में एक रैली को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा था- अब कश्मीर में धारा-370 बहाल नहीं हो सकती। कश्मीरी इसके सपने देखना छोड़ दें। आजाद कश्मीरी भाई-बहन इन नेताओं की बातों में न आएं। वे कश्मीरियों को अपनी राजनीति के लिए गुमराह कर रहे हैं।