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तेज आंधी चलने से खेतों में बिछी फसलें, कटी फसल खेत से उड़ी, विधायक, तहसीलदार और कृषि विभाग के अमले ने प्रभावित गांवों का किया निरीक्षण

सारंगपुर। सोमवार को रुक-रुक कर हुई बेमौसम वर्षा और ओलावृष्टि से तहसील में किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है। सोमवार शाम तेज आंधी चलने से खेतों में खड़ी फसल जमीन पर गिर गई तो वहीं कटी हुई फसल भी खेतों से उड़कर बिछ गई। इससे उत्पादन में गिरावट होगी।


नुकसान का आंकलन करने के लिए मंगलवार को विधायक कुंवरजी कोठार एवं तहसीलवदार आकाश शर्मा ने भाजपा गुलावता मंडल अध्यक्ष सतीश बेस, उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, सहायक संचालक कृषि राजू सिंह सोलंकी, पटवारी आशीष पांडेी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी ओपी शर्मा, ब्लाक तकनीकी सहायक (बीटीएम) धरम पटेल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मुकेश बरफा सहित ग्रामीणों के साथ ओला और वर्षा प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर नुकसान की स्थिति देखी। जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियां की संयुक्त टीम ने तहसील क्षेत्र में नुकसान का केंद्र रहे ग्राम गुलावता, तुकोगंज, चतुरुखेड़ी, बाबडल्या, मऊ सहित करीब दर्जनभर गांव का दौरा कर खेतों में नुकसान की स्थिति का आंकलन किया।
कई गांवों में आड़ी हुई फसलें
बीतें दिन तेज आंधी के साथ हुई वर्षा और कही-कही हुई ओलावृष्टि के बाद हम ग्राउंड रिपोर्ट पर फसलों का हाल जानने निकले। कई किसान सुबह 8 बजे से अपनी फसलों को बचाने की जद्दोजहद में लगे नजर आए। कई किसान तिरपाल से कटी रखी फसल को ढक रहे थे तो कई किसान आडी हुई फसलों की तरफ टकटकी लगाए देखकर भगवान से यही प्रार्थना कर रहे थे अब बारिश न हो। कुछ ऐसा नजारा था मंगलवार सुबह देखने को मिला। किसानों ने कहा कि पूरी रातभर सोए नहीं, भगवान से बस यही प्रार्थना करते रहे कि अब बारिश न हो।
इन गांवों में फसलें हुई खराब
तहसील के भाटखेड़ी, ब्यावरामांडू, बाबडल्या, आमगढ़ा, भ्याना, गुलावता, तुकोगंज, चतुरुखेड़ी, बाबडल्या, मऊ, झिरी, निपान्याबीका, सेमलीलोढ़ा, बरखेडाखुर्रम, शेरपुरा, संडावता सहित कई गांव में फसलें खराब हो गई। मौसम विभाग के बताए अनुसार बुधवार को भी गरज चमक और ओले के साथ वर्षा होने की संभावना जताई गई थी।
आज भी बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिको के अनुसार ऐसा मौसम 8 मार्च तक बना रहने का अनुमान है। वर्षा के साथ ओले भी गिरने की आशंका जताई जा रही है। मौसम में आए इस बदलाव से रात का तापमान 3 डिग्री गिरकर 16 डिग्री पर आ गया है वही एक बार फिर से सर्दी का एहसास होने लगा है जिससे सुबह लोग गर्म कपडों में नजर आए। जबकि दिन का तापमान 30 डिग्री तक लुढक गया है।

किसान बोले- दाना पतला होगा, कलर फीका हो जाएगा
किसान संतोष धनगर, राजकुमार मालवीय, महेश खाती ने बताया कि उनकी गेहूं की फसल लगी थी लेकिन बेमौसम हुई वर्षा से फसल आडी हो गई है, जिससे अब हार्वेस्टर से कटाई भी की जाएगी तो यह फसलें खडी नहीं होंगी वहीं दाना भी पतला हो जाएगा, कलर भी फीका होगा। तेज हवा चलने से शहर के आसपास कई गांव में भी फसलें आड़ी होने से नुकसान हुआ है।

बोले जिम्मेदार
हमारे प्रारंभिक रिपोर्ट में अनुमानित बीते दिन आंधी के साथ हुई वर्षा और कही-कही हुई आलोवृष्टि से करीब-करीब 12 हजार 115 हेक्टेयर में रबी फसलों के प्रभावित होने की संभावना है। ताकि स्पष्ट आंकड़े रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएंगे।
ओपी शर्मा, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, सारंगपुर।

खेतों का मुआयना किया जा रहा
हमारे द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में गांव में सतत् निरीक्षण कर खेतों का मुआयना किया जा रहा है। अभी तक निरीक्षण में जानकारी प्राप्त हुई है कि जो गेहूं की फसल पकी नहीं है उनमें ही आंशिक नुकसान हुआ है, बाकी पकी फसलों में नुकसान नहीं है। राजस्व अमला सर्वे कार्य तेज गति से कर रहा है।
आकाश शर्मा, तहसीलदार, सारंगपुर।

किसान भाई-बहन चिंता न करें
विधानसभा क्षेत्र के कुछ स्थानों में ओला वृष्टि और वर्षा तथा आंधी से फसलें प्रभावित हुई है। मेरे किसान भाई-बहन चिंता न करें, मामा शिवराज सिंहजी की सरकार आपके साथ है। ओला वृष्टि से हुई फसलों के नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है। किसान भाई को घबराने की जरूरत नहीं है, संकट के समय में हमारी सरकार उनके साथ खडी है। किसी भी प्रकार के नुकसान की भरपाई सरकार करेगी। नुकसान का सर्वे तत्काल रुप से करवा कर इसकी रिपोर्ट पेश शासन के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी ताकि किसानों के नुकसान की भरपाई की जा सके।
कुंवरजी कोठार, विधायक, सारंगपुर।

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