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चांद से थोड़ी दूर ही Chandrayaan-3, ISRO को एक और बड़ी कामयाबी मिली

चांद से थोड़ी दूर ही चंद्रयान-3, ISRO को एक और बड़ी कामयाबी मिली

Chandrayaan-3 Orbit Change: आजादी के बाद अब तक देश ने अंतरिक्ष में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। वहीं, इस स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर देश को एक और उपलब्धि हासिल होने की खुशखबरी मिली है। चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने फिर अपना ऑर्बिट (Orbit) बदला है। इसका मतलब है कि चांद से अब बहुत कम दूरी पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) है। स्पेश एजेंसी ने 11.30 से 12.30 के बीच 14 अगस्त यानी आज तीसरी बार यान का ऑर्बिट (Orbit of the vehicle) बदला है। अब चांद से चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) 150177 किलोमीटर दूर है। 9 अगस्त को इसरो (ISRO) ने जब ऑर्बिट (Orbit) बदला था, तब चांद से चंद्रयान-3 1741437 किलोमीटर दूर है।

स्पेस एजेंसी (space agency) का कहना है कि चंद्रयान-3 का 16 अगस्त को भी ऑर्बिट (Orbit) बदला जाएगा। यान की इस 40 दिनों की यात्रा के बाद चांद पर 23 अगस्त को उतरने की संभावना है। चंद्रयान-3 को चांद के साउथ पेाल पर लैंडिंग कराने का लक्ष्य है। अगर, इसरो को कामयाबी मिली तो भारत साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला पहला देश् बन जाएगा। फिलहाल चंद्रयान-3 चांद की सतह के करीब पहुंच चुका है। अब यह चांद के गोल चक्कर लगाने वाला है।

चांद से थोड़ी दूर ही Chandrayaan-3, ISRO को एक और बड़ी कामयाबी मिली

रूस ने लूना-25 भेजा है, रूस का दावा Chandrayaan-3 से पहले लैंड करेगा

चांद पर फतह के लिए रूस ने यान भेजा है। रूसी यान लूना-25 (Luna 25) है। इसे चंद्रयान-3 की लांचिंग के बाद भेजा गया है। रूसी एजेंसी का दावा है लूना-25 (Luna 25) चांद पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) से पहले लैंड करेगा। इसकी संभावित तिथि 21 अगस्त है। फिलहाल लूना-25 (Luna 25) 69.5 दक्षिण 43.5 पूर्व लोकेशन पर है। रूसी एजेंसी के अनुसार चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) और लूना- 25 अलग-अलग जगहों पर लैंड करेंगे। इस वजह से इनके बीच टकराव होने की संभावना नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक चंद्रयान-3 (Chandrayaan 3) चांद पर सिर्फ 14 दिन काम करेगा। वहीं, रूसी यान लूना-25 (Luna 25) एक साल तक चांद पर रिसर्च करेगा।

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