पर्वतारोही मेघा परमार और पूर्व मंत्री एवं विधायक पी.सी. शर्मा ने आज प्रदेश कांग्रेस गुख्यालय में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। पत्रकार वार्ता के दौरान मेघा परमार ने कहा कि मैं किसान की बेटी हूँ, मैं सपने में भी नहीं सोच सकती थी कि कभी संसार की सबसे ऊंची एवरेस्ट की चोटी को फतह कर पाऊंगी। लेकिन तत्कालीन कमलनाथ सरकार ने मेरी बहुत मदद की, गुझे आर्थिक सहायता भी दी और परिणाम आपके सामने है कि मैं विश्व की सबसे ऊंची चोटी फतह कर पाई।
कमलनाथ जी ने फिल्मी अभिनेत्रियों की जगह मुझ जैसी एक किसान की बेटी को ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान की ब्रांड एंबेसडर बनाया। लेकिन नारी सम्मान की बड़ी-बड़ी बातें करने वाली भाजपा सरकार ने उसी किसान की बेटी और एवरेस्ट फ़तह करने वाली को ब्रांड एंबेसडर से हटा दिया। मेरे कुछ वाजिब सवाल है जो मैं मप्र की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से मीडिया के माध्यम से पूछना चाहती हूं |

क्या देश के लिये पर्वतारोही होना अपराध है? पर्वतारोही होने के नाते दो दिन पहले तक में राष्ट्रभक्त व प्रदेश का गौरव थी। कल अचानक प्रदेशद्रोही कैसे हो गई? क्यों बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ भाजपा की निगाह में अब बेटी हटाओ द्वारा बन गया ? क्या एक पर्वतारोही के रूप में देश का सम्मान बढ़ाकर गुनाह किया या फिर देश को आजादी दिलाने वाली पार्टी में प्रवेश करने के बाद क्या मैं राष्ट्रद्रोही हो गई हूं?

शिवराज सरकार ने इस कृत्य से गेरा ही नहीं, समूची नारी शक्ति का अपमान किया है, बल्कि प्रदेश में राजनैतिक फसल काटने के लिये जो लाइली लक्ष्मी योजना, कन्यादान योजना व महिला सशक्तिकरण को लेकर जो सियासी दावे किये जा रहे हैं, उसकी पोल स्वतः ही खुल गई है। भाजपा के महिला सशक्तिकरण का सियासी बारा इस घटना के बाद स्वतः जमीदोज हो गया है।
मुझे यदि यह पहले मालूम होता कि 27000 फीट ऊंची विशालकाय पर्वत की चोटी को छूना मेरे लिये राष्ट्र का गौरव नहीं, बल्कि भाजपा की निगाह में अपमान साबित होगा, तो मेरा यह साहस उन भविष्य के पर्वतारोहियों के समक्ष एक चुनौती होगा, जो राष्ट्र के प्रति अपना साहसिक समर्पण समय-समय पर प्रदर्शित करते आये हैं। मैं गौरवान्वित हूं कि मैंने 27000 फीट की ऊंचाई को एक पर्वतारोही के रूप में छूने के बाद वैश्विक नेता के रूप में प्रसिद्ध कमलनाथ जी के समक्ष विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी कांग्रेस में शामिल होकर एक सच्चे, साहसिक, राष्ट्रभक्त होने का सम्मान प्राप्त किया है।
मैं इस पार्टी में रहकर महिला विरोधी उन सियासी चेहरों को बेनकाव करूंगी, जो देश और प्रदेश को झूठे राजनैतिक प्रलोभनों से क्षमित कर महज राजनैतिक सत्ता प्राप्त करने के लिए उन्हें इस्तेमाल करते हैं। मैं मुख्यमंत्री जी से प्रति प्रश्न करना चाहती हूं कि सतना के रत्नेश पांडे जिन्हें शिवराज सरकार ने सतना स्मार्ट सिटी का ब्रांड एम्बेसेडर नियुक्त किया है, वे भाजपा से संबद्ध है, उन्हें कब हटाया जायेगा ? क्या राजनैतिक आधार पर महात्मा गांधी का राष्ट्रपिता, रामधारी सिंह दिनकर, मैथलीशरण गुप्त और पंडित माखनलाल चतुर्वेदी के राष्ट्रकवि होने का दर्जा भी इसलिये समाप्त होगा कि वे कांग्रेस विचारधारा के ये और ये कविगण कांग्रेस की ओर से संसद सदस्य भी थे ?
एवरेस्ट फ़तह करने वाली मेघा परमार ने दो दिन पहले ज्वॉइन की थी कांग्रेस:
बता दें, माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली मध्य प्रदेश की पहली पर्वतारोही मेघा परमार ने राजनीति में कदम रख दिया है मंगलवार को मेघा परमार ने कांग्रस पार्टी ज्वाइन कर ली मेघा को कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में ‘नारी सम्मान योजना’ से जुड़े कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस की सदस्यता दिलाई थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि, उनकी सफलता के पीछे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।