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रेल लाइन के लिए पीथमपुर टनल में शुरू हुआ विस्फोट कार्य, पटरी बिछाने का काम भी हुआ शुरू

रेल लाइन के लिए पीथमपुर टनल में शुरू हुआ विस्फोट कार्य, पटरी बिछाने का काम भी हुआ शुरू

इंदौर-दाहोद रेल लाइन की सुरंग के लिए पीथमपुर तरफ भी विस्फोट शुरू 48 घंटे में दो बार हो रही ब्लास्टिंग

धार /जिल के लोगों को रेल के लिए आज भी इंदौर की ओर रुख करना पड़ता है इसको लेकर इंदौर-दाहोद , छोटा उदयपुर- धार रेल परियोजना का कार्य तेजी से कर रही है वही लोकसभा चुनाव के पहले पहले डेमो चलाकर जनता के बीच दिखना है इसको लेकर दिन रात कार्य चल रहा है बता देकी इंदौर-दाहोद रेल लाइन की सुरंग के लिए पीथमपुर की ओर से भी ब्लास्टिंग का कार्य शुरू कर दिया है अब तक यह काम धार एंड पर ही हो रहा था, लेकिन शुक्रवार से पीथमपुर तरफ भी ब्लास्टिंग होने लगी है।

ब्लास्टिंग से पहले पश्चिम रेलवे ने धार जिला प्रशासन से जरूरी अनुमतियां ले ली हैं और यह काम पूरी सावधानी से किया जा रहा है। फिलहाल हर 48 घंटे में दो बार विस्फोट किए जा रहे हैं। रेल अधिकारी चाहते हैं कि इसका समय घटाकर कम से कम 24 से 30 घंटे किया जाए।

इंदौर-दाहोद लाइन की यह सबसे पहली सुरंग है, जिसका काम दो-ढाई साल से अटका हुआ था। मई में नए ठेकेदार को काम सौंपकर ठप काम फिर शुरू करवाया गया है। सूत्रों ने बताया कि अब तक धार सुरंग के धार एंड पर पानी खाली कर विस्फोट किए जा रहे थे, लेकिन अब पीथमपुर एंड पर भी पानी खाली कर साफ-सफाई करवाकर ब्लास्टिंग शुरू करवाई गई है। यह सुरंग 2.90 किलोमीटर लंबी है और इसके बनने के बाद ही इंदौर से धार के बीच रेल लाइन शुरू हो पाएगी। 2024 तक इंदौर से धार के बीच रेल कनेक्टिविटी शुरू करने के लक्ष्य के हिसाब से यह काम हो रहा है।

अगले मानसून सीजन से पहले बनाने का लक्ष्य
अफसरों का कहना है कि वैसे तो सुरंग निर्माण सितंबर-24 तक पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन आंतरिक रूप से कंपनी को ऐसी तैयारी करने को कहा गया है कि सुरंग अगले मानसून सीजन तक बनकर तैयार हो जाए। अब तक आधे से ज्यादा हिस्से में सुरंग के लिए रास्ता बनाया जा चुका है। दोनों तरफ से ब्लास्टिंग शुरू होने से काम की गति दोगुना हो जाएगी। ठेकेदार कंपनी को कम समय में ज्यादा विस्फोट करने के लिए भी लगातार कहा जा रहा है। एक बार दोनों सिरे मिलने के बाद सुरंग की फिनिशिंग और अन्य सिविल कार्य शुरू किए जाएंगे।

टीही से पीथमपुर के बीच पटरी बिछाने का कार्य शुरू
205 किमी लंबी इंदौर-दाहोद रेलवे लाइन को 15 साल में पहली मर्तबा 440 करोड़ रुपए आवंटित होने से धार तक अर्थवर्क के बाद टीही से पीथमपुर के बीच पटरी बिछना शुरू हो गई है। वहीं पीथमपुर के आगे अकोलिया तक मुरम व गिट्टी बिछाने के बाद पटरी से पहले लगने वाले कांक्रीट के स्लीपर की खेप पहुंच गई है। आठ से दस किमी के इस हिस्से में पटरी बिछते ही इंदौर से पीथमपुर के आगे तक की लाइन क्लियर हो जाएगी क्योंकि इंदौर से टोही तक 22 किमी में पटरी पहले बिछाई जा चुकी है।

हालांकि पीथमपुर में बन रही तीन किमी लंबी टनल को बनने में एक साल का समय लगना है। ऐसे में पीथमपुर के आगे नियामतखेड़ी, दिग्ठान, गुणावद होते हुए धार के बीच पटरी बिछाई जाएगी। जिससे दिसंबर 2024 तक धार को इंदौर से जोड़ा जा सके।

बारिश के चलते पुल-पुलिया का काम बंद
अंचल में हो रही बारिश के चलते धार ,तिरला , अमझेरा ,उटावद, गुणावद, नियामतखेड़ी आदि जगह बन रही पुल-पुलियाओं का काम बंद हो गया है। इसका कारण काली मिट्टी में मशीनें चलाना संभवन नहीं है। वहीं पुलियाओं के गड्ड़ों में भी पानी भर गया है। धार से गुणावद के बीच ही तीन जगह रेलवे लाइन इंदौर-अहमदाबाद हाइवे को क्रॉसिंग करेगी। जहां फ्लायओवर बनाने के लिए मंथन किया जा रहा है।

8-10 किमी में बिछा देंगे पटरी
टीही से पीथमपुर के बीच 8 किमी में पटरी बिछाना शुरू कर दिया है। अधिकांश हिस्सा कवर भी कर लिया है। एक माह में यह काम पूरा कर लिया जाएगा। रही बात अर्थवर्क व पुल-पुलिया की तो बारिश के कारण काम रुका है। क्योंकि इससे काम में गति की बजाय नुकसानी होना है मौसम साफ होते ही फिर से गति दी जाएगी।
–खेमराज मीणा, पीआरओ,पश्चिमी रेलवे बोर्ड, इंदौर

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