25 मार्च को भोजपुरी सिनेमा जगत की फेमस एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे ने वाराणसी के एक होटल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. तब से लेकर अब तक आकांक्षा दुबे सुसाइड केस चर्चा का विषय बना हुआ है.
इस बीच सोमवार को आकांक्षा दुबे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आई गई है. जिसमें ये बताया है कि एक्ट्रेस के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं।
सीबीआई जांच की मांग होनी चाहिए
मामले में एसीपी सारनाथ के अनुसार आकांक्षा दुबे के गले पर फंदे की इंजरी के अलावा पूरे शरीर में कहीं भी सिंगल इंजरी नहीं मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। वहीं आकांशा की माँ मधु दुबे के वकील शशांक शेखर त्रिपाठी का बयान भी सामने आया है।
जिसमें उन्होंने कहा कि आकांक्षा दुबे की हत्या की सीबीआई जांच की मांग होनी चाहिए। क्योंकि प्रथम दृष्टया सारनाथ पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। मृतका आकांक्षा दुबे के चाचा द्वारा जो तहरीर थाना सारनाथ में दी गई थी, उस पर एफआईआर ना लिखकर थाने में दरोगा जी ने बोलकर तहरीर लिखवाई, और उनके चाचा द्वारा बार-बार हत्या किए जाने की बात कहे जाने पर भी आत्महत्या में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।
आकांक्षा से मारपीट करता था
बता दें कि आकांक्षा की मां पहले दिन से ही कह रही हैं कि उनकी बेटी की हत्या हुई है। आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे ने गायक समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। मुंबई से सारनाथ थाने पहुंची मधु दुबे ने आरोप लगाया कि समर अक्सर आकांक्षा से मारपीट करता था। पैसे हड़प लेता था।
उसे किसी और के साथ काम नहीं करने देता था। वह किसी और के साथ काम करती थी तो प्रताड़ित करता था। रोते-बिलखते हुए मधु ने आरोप लगाया कि बीते 21 मार्च को आकांक्षा बस्ती में शूटिंग कर रही थी। तब आकांक्षा के मोबाइल फोन पर संजय सिंह ने फोन किया था। धमकाया था कि तुम्हारी हत्या करा देंगे।