Bangal Election: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए स्वपन दासगुप्ता को भाजपा के द्वारा टिकट दिए जाने पर विपक्षी दलों ने एतराज जताया है। विपक्ष ने इस मसले को राज्यसभा में उठाने का फैसला किया है। इस बीच स्वपन दासगुप्ता ने राज्यसबा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
भाजपा के फैसले पर विपक्ष को एतराज
राज्यसभा सदस्य स्वपन दासगुप्ता को भाजपा की ओर से बंगाल चुनाव के लिए विधानसभा का टिकट दिया गया है, लेकिन भाजपा के इस फैसले पर विपक्ष ने सख्त एतराज जताते हुए इसको नियमों के खिलाफ बताया है। विपक्षी दल टीएमसी और कांग्रेस का आरोप है कि स्वपन दासगुप्ता राज्यसभा के मनोनीत सांसद है और नियमों के मुताबिक यदि कोई मनोनीत सांसद शपथ लेने के 6 महीने के अंदर किसी भी राजनीतिक पार्टी में शामिल होता है तो उसको राज्यसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य करार दे दिया जाता है।
राज्यसभा में उठेगा मसला
इस मामले को तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा और कांग्रेस के जयराम रमेश ने उठाया है। इनका कहना है कि दासगुप्ता ने भारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। गौरतलब है दासगुप्ता को साल 2016 में राज्यसभा की शपथ दिलाई गई थी। इस संबंध में राज्यसभा में विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस ने सभापति वेंकैया नायडू ने स्पष्टीकरण मांगा है। राज्यसभा में कांग्रेस के चीफ व्हिप जयराम रमेश ने इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाने की योजना बनाई है।