Mahakal Sawari : उज्जैन में भादो मास की पहली सवारी , 9 स्वरूपों में बाबा महाकाल ने दिये भक्तो दर्शन…
Mahakal Sawari : अमृत बैंडवाल/उज्जैन – भादों माह के पहले सोमवार पर आज उज्जैन में बाबा महाकाल की भव्य सवारी निकाली गई। क्रम से यह नवी सवारी है। भगवान महाकाल राजसी ठाठ बाट के साथ नगर भ्रमण पर निकले। सवारी की शुरुआत में महाकाल को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया | बाबा की एक झलक पाने के लिए लोगो का हुजूम सडको पर देखा गया।
Mahakal Sawari : विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार से आज भादो मास की पहली सवारी निकाली.. राजाधिराज की नौवीं सवारी है,जिसमें भोलेनाथ के 9 स्वरूपों के दर्शन दिये। आज भादो मास की पहली सवारी में एक बार फिर चंद्रमौलेश्वर अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकले। इस बार सवारी में महाकाल के 9 मुखारविंद शामिल हुये , जिनके दर्शन के लिए आस्था का सैलाब उमड़ा ।
Mahakal Sawari : सभा मंडपम में परंपरागत पूजन अर्चन के पश्चात शाम 4 बजे बाबा की सवारी मंदिर से निकली । जहां सशस्त्र बलों के टुकड़े उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया । इसके बाद शहर के विभिन्न मार्गो से होती हुई पालकी रामघाट पहुंचेगी जहां शिप्रा जल से पूजन अर्चन के पश्चात पुनः सवारी दानी गेट, ढाबा रोड, छत्री चौक, गोपाल मंदिर होते हुए मंदिर पहुंचेगी।
Mahakal Sawari : महाकालेश्वर मंदिर से शाम 3:30 बजे बाबा की पालकी का पूजन किया गया उसके बाद 4 बजे चन्द्रशेखर स्वरूप में बाबा नगर भ्रमण पर निकले। मंदिर से शुरू हुई बाबा की सवारी नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई शिप्रा नदी पहुंचेगी। जहां शिप्रा नदी के रामघाट पर जल अभिषेक के बाद सवारी पुनः महाकाल मंदिर के लिए रवाना होगी।
Mahakal Sawari : मान्यता हे की भगवान महाकाल सवारी के रूप में अपनी प्रजा का हाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलते हे। वहीँ अपने राजा की एक झलक पाने के लिए प्रजा भी घंटो तक सडक के किनारे इंतजार करती हे। शाम को पूजन के बाद राजा महाकाल को चाँदी की पालकी में बैठाकर मंदिर से बाहर लाया गया। मंदिर से निकलते ही पुलिस बैंड औऱ जवानो के द्वारा सवारी को गार्ड आफ ओनर दिया गया । सवारी के आगे घोडा , बेंड , पुलिस टुकड़ी तथा भजन मंडलियाँ चल रही थी। गाजे बाजे के साथ निकल रही सवारी का सफ़र लगभग आठ किलोमीटर का है।