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शहर के जैतपुरा रहने वाला एक युवक हुआ लापता, जाने से पहले परिजनों के लिए लिखा 3 पेज का खत

शहर के जैतपुरा रहने वाला एक युवक हुआ लापता, जाने से पहले परिजनों के लिए लिखा 3 पेज का खत

मैं जा रहा हूं, मुझे नया रास्‍ता मिल गया है मेरे दोस्‍तों को कुछ पता नहीं है, उन्‍हें परेशान मत करना

आशीष यादव/धार/जैतपुरा – सुनो मैं जा रहा हूं, मेरे को मेरा रास्ता मिल गया हैं, चिंता मत करना, जब सही समय आएगा मैं खुद वापिस आ जाऊंगा। यह वह अंतिम लाइन है, जिसे समीपस्‍थ ग्राम जैतपुरा का रहने वाला लक्ष्‍य लिखकर अपना घर छोड़कर चला गया। लक्ष्‍य के घर छोड़ने के 48 घंटे से अधिक होने आया है, लेकिन उसका फिलहाल कहीं कोई पता नहीं चल पाया है। घर छोड़ने से पहले लक्ष्‍य ने तीन पेज का एक नोट भी छोड़ा है, जिसमें कई सारी बातें लिखी है। लक्ष्‍य के चले जाने के बाद परिजनों का हाल बुरा है। हर तरफ लक्ष्‍य को ढूंढने के लिए प्रयास किए जा रहे है, लेकिन अब तक उसका कहीं कोई पता नहीं चल पाया है।

दरअसल शहर के समीपस्‍थ ग्राम जैतपुरा का रहने वाला लक्ष्य पिता स्व. राजेश मालवीय घर से लापता है। जाने से पहले युवक ने तीन पेज का भावुक खत परिजनों के नाम लिखा है। लक्ष्‍य के जाने के बाद से मां सहित अन्‍य परिजनों का हाल बुरा है। लक्ष्‍य की मां गीता बाई आंगनवाड़ी में काम करती है। साथ ही दो बेटियां भी है, जो नौकरी कर परिवार को मदद करती है।

शहर के जैतपुरा रहने वाला एक युवक हुआ लापता, जाने से पहले परिजनों के लिए लिखा 3 पेज का खत
शहर के जैतपुरा रहने वाला एक युवक हुआ लापता, जाने से पहले परिजनों के लिए लिखा 3 पेज का खत

यह लिखा खत में :

लक्ष्य मालवीय ने खत में लिखा कि ‘जल्दी वापस आ जाऊंगा। परेशान मत होना और बहनों को उनकी नौकरी करने देना शांति से। बुरा मत मानना आपकी बात मान के रास्ता ढूंढ लिया है। सही बोलु घर रेके में कई भी नहीं कर पाता। मैं पक्का सही टाइम पे वापस आ जाऊंगा। बडी मुश्किल से लिया है फैसला। युवक ने तीन अलग-अलग पेजों पर कुछ इस तरह की बातें लिखी व घर छोड़कर चला गया।‘

इधर लक्ष्य की मां गीताबाई के अनुसार पति की तीन साल पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। तब से घर की पूरी जिम्मेदारी मुझ पर ही है। दो बेटियां निवेदिता व निकिता तथा लड़का लक्ष्य है। घर पर एक छोटी सी चाय व किराने की दुकान भी है जिसे खुद लक्ष्य संभालता था। लक्ष्य को कक्षा 12वीं में पूरक आई, जिसको लेकर पूरा परिवार उसको सहयोग कर रहा था। उसकी मां गीता मालवीय के अनुसार उसे किसी ने भी पढ़ाई को लेकर कभी परेशान नहीं किया तथा सभी उसे सहयोग करते रहे और अगली बार फिर से पढ़ाई कर अच्छे से पास हो कर आगे की पढ़ाई करने को प्रोत्साहित करते रहते थे।

जाने से पहले लगाया ताला :

मां गीताबाई के अनुसार हर रोज की तरह हम लोग अपने-अपने काम पर चले गए। लक्ष्‍य घर पर ही था। घर छोड़कर जाने से पहले उसने घर पर ताला लगाया और चाबी घर के बाहर ही रखकर चला गया। जब वह नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू हुई। अब तक लक्ष्‍य के चले जाने को 48 घंटे से अधिक समय बीत चुका है। लेकिन उसका अभी कोई पता नहीं लग पाया है। इसलिए नौगांव पुलिस को भी इसकी जानकारी दी गई है। पुलिस ने इस मामले में प्रकरण दर्ज कर युवक की तलाश शुरू कर दी है। नौगांव टीआई आनंद तिवारी ने बताया कि युवक की तलाश के लिए टीम लगाई है।

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