इंदौर। चोइथराम स्थित देवी अहिल्याबाई होलकर फल एवं सजी मंडी में मंडी प्रशासन नया प्रयोग करने जा रहा है। यहां पर 435 से अधिक दुकानें संचालित होती है और इन दुकानों पर रोजाना करोड़ों रुपए का कारोबार होता है। मंडी मेें आए दिन कभी चोरी की तो कभी मंडी में टोल व अवैध वसूली की बातें सामने आती हैं। इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए मंडी सचिव सहित उनका स्टॉफ रात में रुककर रात में होने वाले मंडी व्यापार में मंडी व्यापारी और किसानों की समस्या समझने का प्रयास करेंगे। इसके साथ किसानों और व्यापारियों की समस्या के समाधान के लिए चोइथराम मंडी में एक कंट्रोलरूम भी तैयार किया जा रहा है। चोइथराम मंडी में यह पहला प्रयोग अगले सप्ताह से होने जा रहा है,तो दूसरी ओर लक्ष्मीबाई छावनी अनाज मंडी में भी विश्राम गृह में इसी तरह का प्रयोग शुरू किया जाएगा।
अगले सप्ताह से करेंगे शुरु
जानकारों के अनुसार फिलहाल इन मंडियों के विश्रामगृह का उपयोग किसान करते आ रहे थे, लेकिन कोरोना के बाद से इसका उपयोग बंद हो गया था। मंडी प्रशासन ने बाहरी राज्य और अन्य शहरों से आने वाले किसानों और व्यापारियों के लिए विश्राम गृह की सुविधा उपलध कराई थी। इसके लिए विश्रामगृह में आवश्यक सुधार भी किए जा रहे है। इस नए प्रयोग को लेकर मंडी सचिव अपने पूरे स्टाफ के साथ रात्रि में किसान विश्रामगृह चोइथराम मंडी में रुकने से शुरूआत कर रहे हैं। अगले सप्ताह पूरे स्टाफ के साथ मंडी सचिव चोइथराम मंडी, इसके बाद छावनी ओर लक्ष्मीबाई अनाज मंडी में भी रात्रि विश्राम कर होने वाली समस्याओं को दूर करेंगे। मंडी प्रशासन के इस नए प्रयोग के साथ प्रदेश की सबसे बड़ी आलू प्याज फल एवं सब्जी मंडी में यह पहला प्रयोग होने जा रहा है, जिसमें एक बड़ा कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। इससे यह पता चल सकेगा कि किस मंडी में भीड़ अधिक है, या सब्जियों के टोल से लेकर पूछताछ व अन्य मार्गदर्शन भी रहेगा तो अवैध वसूली रोकने से लेकर फल एवं सब्जी की आवक को लेकर भी पूरी जानकारी इस कंट्रोल रूम पर रहेगी।
इनका कहना हैं
नरेश कुमार परमार, मंडी सचिव के अनुसार मेरा स्टाफ द्वारा चोइथराम मंडी के किसान विश्राम गृह में रात्रि रुक कर किसानों को और यहां ठहरने वाले लोगों की परेशानी को महसूस कर उसे दूर करने का प्रयास करेगा। इसके साथ ही छावनी लक्ष्मीबाई मंडी में भी रात्रि विश्राम पूरे स्टाफ के साथ किया जाएगा।