उज्जैन: सोमवार दोपहर अमावस्या के दिन लगने वाला साल 2020 का आखरी सूर्य ग्रहण विपत्तियों से भरा हो सकता है, लेकिन इसका असर भारत मे नही होगा। विख्यात ज्योतिष आनंद शंकर व्यास की माने तो जहां ग्रहण दिखता है वहां पर इसका असर होता है भारत मे ये ग्रहण नही दिखेगा, लेकिन जहां दिखेगा वहाँ के लिए चिंता जनक स्थिति है।
पश्चिम राष्ट्रों में दिखाई देगा ग्रहण
विख्यात ज्योतिष पंडित आनंद शंकर व्यास ने जानकारी देते हुए बताया कि साल का आखिरी सूर्य ग्रहण सोमवार 14 दिसंबर को अमावस्या के दिन है, लेकिन ये भारत मे कहीं भी दिखाई नहीं देगा यह केवल विदेशों में पश्चिम राष्ट्रों में दिखाई देगा और वही इसका असर भी वहीं पर रहेगा। जहां ग्रहण दिखता है वहीं पर इसका पालन करना होता है जहां नहीं दिखाई देता है, वहां इसका असर नहीं होता है।
ग्रहण से आएंगी प्राकृतिक विपदाएं
ज्योतिष पंडित आनंद शंकर व्यास का कहना है कि इस ग्रहण से प्राकृतिक विपदा की चिंता बनती है क्योकि पांच ग्रह इसमें एकसाथ एक राशि में आ रहे है और जब ऐसा होता है तो ऐसे में या तो प्राकृतिक विपदा आती है या कोई दुर्घटना होती है भारी वर्षा होना तूफान आना जैसे कई सारी बातों का भय बना होता है इन दिनों में राजनीतिक प्रदर्शन और उग्र आंदोलन दिखाई देते है वहीं आगामी ग्रहण को लेकर कहा कि भारत मे दिखने वाले ग्रहण के आने की आगे अभी कोई संभावना नहीं है।।