नई दिल्ली। महंगाई की मार से जूझ रहे आम आदमी को राहत देने के लिए केंद्र सरकार ने बढ़ा कदम उठाया है। सरकार ने प्रमुख तेलों की बेसिक ड्यूटी को 2.5 फीसदी से घटाकर शून्य कर दिया है। सरकार के इस फैसले सका असर आम आदमी की जेब पर होगा।
बेसिक ड्यूटी में की गई कमी
खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की मुश्किलों को काफी बढ़ा दिया था। लोगों को राहत देते हुए सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं, जिसता तेल का दाम पर पड़ेगा और उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर तेल उपलब्ध होगा। केंद्र सरकार ने कच्चे पाम ऑयल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी तेल पर बेसिक ड्यूटी को 2.5 फीसदी से घटाकर शून्य कर दिया है। इन तेलों पर कृषि उपकर में भी कटौती करते हुए सरसों के तेल को वायदा कारोबार से निलंबित कर स्टॉक लिमिट लागू करने का फैसला किया है।
20 रुपये प्रति लीटर तक कम हुए दाम
खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में खाद्य तेल की कीमते 20 रुपये प्रति लीटर तक कम हुई हैं। इस समय दिल्ली में तेल की कीमत पाम ऑयल छह, सोयाबीन तेल पांच और सूरजमुखी का तेल दस रुपये प्रति लीटर तक कम हुई है। खाद्य मंत्रालय ने कहा कि इन तेलों पर कृषि उपकर को कच्चे पाम ऑयल के लिए 20 फीसदी से घटाकर 7.5 फीसदी और कच्चे सोयाबीन और सूरजमुखी तेल के लिए पांच फीसदी कर दिया गया है। आरबीडी पामोलिन ऑयल, रिफाइंड सोयाबीन और रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल पर बेसिक ड्यूटी मौजूदा 32.5 से घटाकर 17.5 प्रतिशत कर दी गई है।