इंदौर: इस साल ठंड के तेवर काफी तीखे रहेंगे। लगातार पारा नीचे गिर रहा है और प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में ठिठुरन महसूस होने लगी है। इस बार सर्दी ने जल्दी दस्तक दे दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड इस बार पांच दशक का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
14 डिग्री पर पहुंचा पारा
अक्टूबर के अंत से ही ठंड का असर दिखाई देने लगा था। पारा 14 से 16 डिग्री पर पहुंच गया था। नवंबर की शुरुआत भी इसी तरह रही औऱ ठंड का असर बढ़ने लगा। आजकल सुबह की शुरूआत ठंडे मौसम से होती है और 11 बजे बाद वातावरण में कुछ गर्माहट महसूस होती है। फिलहाल दिन-रात का तापमान औसत से 2 डिग्री तक कम रिकॉर्ड हो रहा है। इससे पहले 1974 में ऐसे हालात बने थे जब अक्टूबर में ठंड की शुरुआत हो गई थी। उस वक्त भी तापमान अक्टूबर के आखिर में 14 डिग्री तक गिर गया था और फरवरी तक ठंड के तेवर तीखे रहे थे।
पहाड़ों में शुरू हुई बर्फबारी
विशेषज्ञों का कहना है कि नवंबर महीने की शुरूआत में तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं होगी, लेकिन इसके बाद ठंड अपने रंग में नजर आएगी। वर्तमान में तापमान 14 डिग्री के आसपास चल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से तापमान दो-तीन दिन से ज्यादा रहेगा। ठंड का असर कम होगा। बाकी के दिनों में भी ठंड असर दिखाएगी। पहाड़ों में बर्फबारी शुरू हो चुकी है। इसका असर आने वाले दिनों में मैदानी इलाकों में देखने को मिलेगा। इस बार मॉनसून सही समय पर विदा हुआ है।