Anand Giri: संत आनंद गिरी का विवादों से पुराना नाता रहा है। इस बार वो अपने गुरु और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की आत्महत्या के मामले में सुर्खियों में है। महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में खुदकुशी के लिए अपने शिष्य आनंद गिरी को जिम्मेदार ठहराया है।
हाईप्रोफाइल लाइफ स्टाइल है पसंद
आनंद गिरि अध्यात्म से ज्यादा अपनी हाईप्रोफाइल लाइफ स्टाइल की वजह से सुर्खियों में बने रहे हैं। उनका रहन-सहन आम संतों से काफी अलहदा था। भगवा के अलावा वह वेस्टर्न कपड़ों में भी नजर आते रहे हैं। योग के जरिए उन्होंने खास पहचान बनाई और देश-विदेश में पैंठ बढ़ाई, लेकिन विवादों ने कभी उनका पीछा नहीं छोड़ा। पंद्रह साल की उम्र में आनंद गिरि ने संन्यास का रास्ता अपनाया और साल 2000 में उनकी मुलाकात नरेंद्र गिरि से हरिद्वार में हुई।
महंत नरेंद्र गिरि के थे खास शिष्य
राजस्थान के भीलवाड़ा से वेदों और संस्कृत का ज्ञान प्राप्त करने वाले आनंद गिरि धीरे-धीरे महंत नरेंद्र गिरि के खास शिष्य बन गए। महंत नरेंद्र गिरि आनंद गिरि पर काफी विश्वास करते थे और अपना वारिस भी उनको बना दिया था, लेकिन जल्द ही दोनों के रिश्ते में खटास आ गई और महंत नरेंद्र गिरि ने नई वसीयत बनाकर आनंद गिरी को संपत्ति से बेदखल कर दिया। 2020 में गुरु-शिष्य के बीच मतभेद खुलकर सामने आए और आनंद गिरि के सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के बाद यह समझा गया की इस मामले का पटाक्षेप हो गया, लेकिन यह आग अंदर ही अंदर सुलगती रही। अपने शिष्य के व्यवहार और प्रताड़ना से आहत होकर आखिर महंत नरेंद्र गिरी ने मौत को गले लगा लिया।
विवादों से रहा है नाता
आनंद गिरि हमेशा से अपनी लाइफ स्टाइल और विवादों के वजह से चर्चित रहे हैं। आनंद गिरि को हमेशा महंगी आलीशान गाड़ियों में घूमते देखा गया है। आनंद गिरि के विदेश दौरे भी बीते एक दशक में काफी बढ़ गए। वह हमेशा बिजनेस क्लास से ही हवाई यात्रा करते हैं। साल 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आनंद गिरी को एक योग छात्रा के साथ छेड़छाड़ के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था। आनंद गिरि के एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, जिसमें वह प्लेन में मादक पदार्थ का सेवन करते दिख रहे थे। माना जाता है कि आनंद गिरि की इस तरह की लाइफस्टाइल ही महंतनरेंद्र गिरि के साथ उनके झगड़े की प्रमुख वजह थी। आनंद गिरी की शादी हो चुकी है और उनके बच्चे भी हैं।