प्रशांत शर्मा/भोपाल- राजधानी भोपाल की गोविंदपुरा विधानसभा सीट भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित है। कांग्रेस ने इस सीट पर सेंध लगाने की तैयारी शुरू की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बीते दिन जनसभा की। इसके लिए पार्टी ने व्यापक तैयारी की थी। गौरतलब है कि गोविंदपुरा से भाजपा लगातार 11 बार चुनाव जीती है।
पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर तो 9 बार विधायक रहे। अब पिछले दो बार से पुत्र वधू कृष्णा गौर विधायक हैं। मजदूर दिवस पर हुई कांग्रेस सभा यह बताने का प्रयास कर रही है कि वह मजदूर वर्ग के साथ है। असल में औद्योगिक क्षेत्र गोविंदपुरा इलाके में बीएचइएल प्लांट है। साथ ही अन्य फैक्ट्रियां भी स्थित हैं।
ऐसे में यहां इसने जुड़े कर्मचारियों की संख्या अधिक है। ऐसे में इन मतदाताओं को लुभाने का प्रयास भी होगा।वही गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र में जब कांग्रेस की जनसभा हुई तो यहां से भाजपा विधायक कृष्णा गौर ने कांग्रेस के साथ ही गांधी परिवार को एक चैलेंज दे दिया। उन्होंने गांधी परिवार के सदस्यों को गोविंदपुरा सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती देते हुए कहा कि गांधी परिवार का कोई भी सदस्य गोविंदपुरा सीट से आकर चुनाव लड़े, हमारी जनता बता देगी किसके साथ है।
राजनीति को समझने वाले बताते हैं कि गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी का गढ़ है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर 11 बार विधानसभा का चुनाव जीते हैं। दरअसल गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र मैं बड़ी फैक्ट्री आती हैं। बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग काम करता है। इसी मजदूर वर्ग के नेता बाबूलाल गौर हुआ करते थे।
बाबूलाल गौर ने मजदूर वर्ग से ही अपनी बड़ी पैठ बनाई हुई थी।पहले गौर मजदूर वर्ग के लिए राजनीति किया करते थे। मजदूर वर्ग के लिए राजनीति करते करते हुए लंबे समय तक विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री बने। अब यह क्षेत्र बीजेपी का गढ़ बन चुकी है। वर्तमान में बाबूलाल गौर की पुत्रवधू कृष्णा गौर यहां से विधायक हैं। लेकिन सूत्र बताते हैं कि गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र पर भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं की नजर है। अब देखना होगा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र फिर से भारतीय जनता पार्टी के कब्जे में होगा या फिर कांग्रेस पर काबिज हो पाएगी।