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Dhar News: जिम्मेदारो की समझाइश से हादसों में कमी लाने प्रयास हुए सफल | जागरूकता के बाद हादसों में आई कमी

Dhar News: दस माह मे 1719 सड़क हादसे से 573 लोगों की गई जान , सडक़ हादसों में 1756 गंभीर घायल तो कई दुर्घटना में साधारण घायल

Dhar News: आशीष यादव/धार-सडक़ हादसों में कमी लाने सारे प्रयास में यातायात विभाग सफल होते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस की ओर से की जा रही कमर तोड़ मेहनत भी हादसों में कमी लाई गई है। जनवरी 2023 से अब तक दस माह में यानि जनवरी से अक्टूबर तक के आंकड़े पर नजर दौड़ाएं तो पिछले बार व इस बार के आंकड़े चौकाने वाली स्थिति सामने आई है। जिले में बीते दस माह में 1719 प्रकरण दर्ज किए जो कि सडक़ हादसे के है जिसमें 573 लोगों की जान गई है।

वहीं 1756 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। अन्य हादसों में लोगों को साधारण चोटे आई है। इधर सडक हादसों में कमी लाने प्रशासन की ओर से जो आवश्यक उपाय किये जाने चाहिए थे वे लगातार कर रहे है। वही यातायात विभाग द्वारा लगातार हाइवे व अन्य सड़को पर लगता समझाई व करवाई करके लोगो मे जागरूकता लाई जा रही जिसने परिणाम भी देखने को मिले है। जागरूकता के कारण पिछले साल के आकड़ो व इस वर्ष के आकडो में कमी आई है। वही हादसों के लिहाजा सडक़ हादसों के कारण जहां लोगों की अकाल मौत हो रही है, वहीं दूसरी ओर सडक़ हादसों में घायल होकर लोग अपंगता या अन्य शारीरिक कमियों के शिकार हो रहे हैं।

हादसों में कमी लाने और हादसों के ब्लैक स्पॉट चिन्हित करने के लिए केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के सहयोग से आइआरण्डी (रोड एक्सीडेंट डेटाबेस) अर्थात समेकित सड़क दुर्घटना डेटाबेस का काम प्रारंभ किया था। इसकी मंशा थी कि जिले भर में होने वाले सडक़ हादसों का एकीकृत डेटाबेस का संकलन कर उसका विशेषण कर दोबारा ऐसे हादसे न हों, उसका निदान किया जाए। पुलिस विभाग और एनआईसी ने इस दिशा में तेजी से काम किया,अन्य विभागों के सहयोग के साथ सडक़ हादसों में अपेक्षित कमी आ रही है। हादसों के विशेषण करने के बाद यातायात पुलिस ने जिले में दुर्घटना का चिन्हांकन कर जिन विभागों को संबंधित निर्माण एजेंसियों द्वारा कार्य को ठीक करवाने की जिम्मेदारी दी जाती है।

सुझावों के साथ, कैसे रुकें हादसे:
दुर्घटना जनित एवं दुर्घटना संभावित स्थलों में सड़क हादसों के कारणों का यातायात पुलिस अधिकारियों द्वारा विशेषण करते हुए वहां दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए आवश्यक सुझाव भी तैयार किए जाते है, जिसमें मुख्य रूप से मार्ग के गड्ढे भरवाया जाना, स्पीड ब्रेकर लगवाया जाना, साइन बोर्ड लगवाना, मार्ग का चौड़ीकरण करवाया जाना, मार्ग से अतिक्रमण हटवाया जाना, सांकेतिक बोर्ड लगवाया जाना जैसे सुझाव मुख्य रूप से शामिल थे, इन कार्यों की जिम्मेदारी सड़क निर्माण एजेंसियों को समय समय पत्राचार कर उनको जानकारी दि जाती है

हाइवे पर ज्यादा होती दुर्घटना:
यातायात प्रभारी रोहित निक्कम ने बताया कि सड़क हादसों में कमी लाने जिले में 14 ब्लेक स्पॉट चिन्हित किये गए है इनमें से सबसे ज्यादा गणेश घाट में हादसे होते है यह इंदौर मम्बई राष्ट्रीय मार्ग है इस मार्ग में बीते महीन से सड़क निर्माण एजेंसी द्वारा नई सड़क का काम शुरू किया है इस स्थित ब्लेक स्पॉट में सड़क का चौड़ीकरण तथा अन्य स्थलों में स्पीड ब्रेकर के निर्माण के साथ ही सूचना बोर्ड लगवाए गए हैं। इसके अलावा अन्य मार्गों में न के बराबर काम ह्यो रहा है। वही इंदौर अहमदाबाद व गुजरी- नागदा आदि सड़को पर लगातार जागरूकता देखेते हुए नियम का पालन नही करने पर करवाई की जाती है। यातायात पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा समिति में लिए गए निर्णय के उपरांत जिले में दुर्घटना जनित व दुर्घटना संभावित 14 स्थलों का चिन्हांकन है।जंनपर समय समय पर विभाग द्वारा देख रेख की जाती है।

इन सड़कों पर होते हादसे:
अगर जिले में हादसे की बात करें तो कहीं ना कहीं हर रोज हादसा होते रहते हैं मगर जिले में इन जगह सबसे ज्यादा हादसे आए दिन होते हैं जिसमे गणेश घाट पर होते हैं या आए दिन वाहनों की दुर्घटना की सूचना प्राप्त होती है वहीं इसके बाद इंदौर अहमदाबाद पर राजगढ़ व मछिलया घाट पर दुर्घटना होती है इसके अलावा लेबर मानपुर केसाथ लेबड़ नयागांव सड़क पर भी दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है

टोल नाके पर जागरूकता अभियान:
यातायात टीआई सूबेदार रोहित निक्कम ने बताया कि यातायात विभाग द्वारा दुर्घटना में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। हमने हाईवे पर टोल नाकों पर जागरूकता अभियान चलाए है । इसमें टोल कर्मियों को यातायात विभाग द्वारा ट्रेनिंग भी दी गई हर। इसमें जो भी चार पहिया वाहन टोल से गुजरेगा, उसमें चालकों को सीट बेल्ट लगाने के साथ ही वाहन को कम स्पीड में चलाने को लेकर जागरूक किया जाएगा। सड़क निर्माण के दौरान संबंधित सड़क एजेंसियों द्वारा कई तकनीकी कमियां छोड़ दी गई हैं। इससे सड़क हादसे हो रहे हैं। फोरलेन पर ढाबा संचालकों ने जहां-तहां डिवाइडर पर अवैध कट लगा रखे हैं हम विभाग की मद्दत से बंद करते है जिसे हादसों में कमी आई।

जिले में ब्लेक स्पॉट
चिन्हित किये गए ब्लैक स्पॉट पर अन्य व सड़क निर्माण एजेंसियों द्वारा आवश्यक कार्य कराये जा रहे हैं। जो मार्ग में चिन्हित ब्लेक स्पॉट पर चौड़ीकरण, स्पीड ब्रेकर, सूचना बोर्ड आदि लगवाए गए हैं, अन्य ब्लेक स्पॉट पर भी आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं। पिछले साल व इस साल के सड़क दुर्घटना के आंकड़े में कमी आई है।
रोहित निक्कम यातायात प्रभारी धार

जिले में पिछले चार माह में हुए सड़क हादसों की स्थिति

माह प्रकरण मौत घायल

जनवरी 199 61 206

फरवरी 173 57 166

मार्च 218 63 251

अप्रैल 196 78 186

मई 200 77 189

जून 172 81 162

जुलाई 144 42 175

अगस्त 146 44 125

सितंबर 123 32 162

अक्टूबर 148 38 134

तीन वर्ष में कुल हादसे
2021- 1968
2022- 2059
2923- 1719

मृतक तीन साल
2021- 619
2022- 637
2923- 573

हादसे में घायल
2021- 2200
2022- 2228
2923- 1756

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